सूरजपुर : सूरजपुर जिले के बंद पड़े पोखरी खदान में नहाने गई 2 सगी बहनों की डूबकर मौत हो गई। इनमें से एक बहन की उम्र 11 साल और दूसरी की 10 साल है। काफी मशक्कत के बाद दोनों शवों को SDRF और नगर सैनिकों की संयुक्त टीम ने खदान से 19 घंटे बाद दोनों के शव निकाले हैं। मामला बिश्रामपुर थाना क्षेत्र का है।
जानकारी के मुताबिक, बिश्रामपुर के फोकट पारा रेलवे स्टेशन के पास रहने वाली होशियार बाई मंगलवार को अंबिकापुर गई थी। बुधवार सुबह जब वो वहां से वापस लौटी, तो उसकी दोनों बेटियां शकीला (11 वर्ष) और बिट्टू (10 वर्ष) घर से लापता थी।उसने आसपास बच्चियों को ढूंढा, लेकिन वे नहीं मिलीं। उसने अपने तीसरे बच्चे से दोनों बहनों के बारे में पूछा, तो वो उनके बारे में कुछ भी नहीं बता सका। हालांकि बोलने में असमर्थ भाई ने अपने हाथ से पोखरी खदान की तरफ इशारा किया।
इसके बाद मां ने गांव के लोगों और पुलिस को घटना की सूचना दी। पुलिस ने SDRF और नगर सैनिकों की टीम को बुलाया संयुक्त टीम ने बच्चियों की तलाश पोखरी खदान में शुरू की। काफी मशक्कत के बाद बुधवार को दोनों बहनों की लाश बरामद की गई। बताया जा रहा है कि नहाते समय गहराईं मे दोनों चले गई थीं। जिसके चलते यह हादसा हुआ था। आस-पास नहा रहे लोगों ने बच्चियों को डूबता देखा था। वे लोग मदद कर पाते, तब तक देर हो चुकी थी।
बिश्रामपुर थाना प्रभारी राजेश खलखो ने बताया कि बच्चियों के पिता रामजी की मौत कई साल पहले ही हो चुकी है, जिसके बाद पत्नी होशियार बाई अपनी 2 बेटियों और एक बेटे को भिक्षा मांगकर पाल रही थी। अब दोनों बेटियों की मौत डूबकर हो गई है। दोनों के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवा दिया गया है।
पुलिस ने बताया कि मंगलवार शाम करीब 4 बजे क्वार्टर के पीछे स्थित एसईसीएल की बंद खदान क्वारी नंबर 5 में दोनों बहनें नहाने के लिए गई थीं। इसके बाद वो रातभर वापस नहीं लौटीं। उनकी मां जब घर वापस लौटी, तो छोटे भाई ने इशारे से मां को बहनों के बारे में जानकारी दी। इसके बाद मां ने पुलिस को घटना की सूचना दी। बुधवार सुबह पुलिस और नगर सैनिकों की संयुक्त टीम ने दोनों बहनों की तलाश शुरू की। करीब 2 घंटों की मशक्कत के बाद दोनों के शव बरामद हो गए। परिवार मूल रूप से मध्यप्रदेश के कटनी जिले का रहने वाला है और सालों से छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले में बस गया है।