मुंगेली : मुंगेली जिले में पुरानी रंजिश को लेकर कराए गए सुपारी किलिंग का पर्दाफाश करते हुए पुलिस ने 8 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों के पास से हत्या में इस्तेमाल हथियार भी बरामद किया गया है। मामला सिटी कोतवाली क्षेत्र का है।
जानकारी के मुताबिक, 21 मई की शाम लगभग 7 बजे सिटी कोतवाली पुलिस मुंगेली को पता चला कि ग्राम देवरी के खेतों के बीच नहर किनारे एक लाश मिली है। पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर जांच की और लाश का पोस्टमॉर्टम कराकर जिला अस्पताल के मरच्यूरी में रखवा दिया। 22 मई को लाश की शिनाख्त में उसकी पहचान ग्राम देवरी के रहने वाले भुवेंद्र माथुर के रूप में हुई।
पुलिस 4 टीम बनाकर मामले की जांच में जुट गई। गांव के लोगों से पूछताछ करने पर पता चला कि 2011 में मृतक भुवेंद्र और उसके पिता संतोष ने मिलकर अपने ही परिजन कोमल माथुर की हत्या कर दी थी। लोगों से पूछताछ में यह भी पता चला कि कुछ दिनों से भुवेंद्र दो अनजान व्यक्तियों के साथ घूमता-फिरता था। जांच आगे बढ़ाई गई, तो पता चला कि वे दो अनजान व्यक्ति कोई और नहीं, बल्कि भुवेंद्र की हत्या की सुपारी 3 लाख रुपए में लेने वाले सुपारी किलर हैं।
सुपारी किलर के नाम उमेन्द्र घृतलहरे और सत्येंद्र कुमार हैं, जो ओड़ाड़बरी जिला कवर्धा के रहने वाले हैं। दोनों ने मृतक भुवेंद्र को गड़ा धन निकालकर आपस में बांटने का लालच देकर फंसाया था। आरोपियों ने 20 मई की रात ग्राम देवरी से काफी दूर खेतों के बीच नहर के पास ले जाकर भुवेंद्र की हत्या कर दी।
जांच में पता चला कि मृतक भुवेंद्र और उसके पिता संतोष ने जिस युवक कोमल माथुर की हत्या की थी, उसका पिता दुकाल माथुर और पोता छात्रप्रकाश माथुर उनसे रंजिश रखता था। हत्या के मामले में जेल से छूटने के बाद भुवेंद्र और संतोष शान से गांव में घूमते थे, जिसे देखकर कोमल के परिजन आक्रोशित थे। एक दिन दुकाल और उसके पोते छात्रप्रकाश ने ग्राम देवरी निवासी ललित अनंत और उसके ससुर महेतरु सतनामी निवासी ओड़ाडबरी जिला कवर्धा के माध्यम से वहीं के रहने वाले उमेंद्र घृतलहरे, सत्येंद्र कुमार, पवन पात्रे और राहुल भास्कर से मिले।
उमेन्द्र घृतलहरे, पवन पात्रे, सत्येन्द्र कुमार पहले से ही ये सुपारी किलिंग के मामले में दोषी पाए जा चुके हैं और जमानत पर सभी जेल से बाहर आए थे। इसी बीच दुकाल और उसके पोते के कहने पर 3 लाख रुपए लेकर देवरी के भुवेंद्र माथुर को मारने की साजिश रची गई। इसके लिए गड़ा धन निकालकर आपस में बांटने का लालच दिया गया। आरोपी उसे नहर के पास ले गए और उमेन्द्र घृतलहरे, सत्येंद्र पात्रे, पवन पात्रे और राहुल भास्कर ने तार से गला दबाया, फिर धारदार हथियार सब्बल से भुवेंद्र की हत्या कर दी।
पुलिस ने हत्या के मामले में सभी 8 आरोपियों उमेन्द्र घृतलहरे, सत्येंद्र पात्रे, पवन पात्रे, राहुल भास्कर, दुकाल माथुर, छात्रप्रकाश माथुर, ललित अनंत और महेतरु सतनामी को गिरफ्तार कर लिया है। सभी के खिलाफ धारा 302 और सबूत छिपाने के तहत कार्रवाई की गई है। सभी आरोपियों को कोर्ट ने न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है।