छत्तीसगढ़

सचिन की साजिश का शिकार हुए थे दादा, जर्मनी से मंगाई थी टी शर्ट, सहवाग ने सुनाया किस्सा

नईदिल्ली : पूर्व भारतीय क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग और सचिन तेंदुलकर भारत के लिए खेलने वाले सबसे बेहतरीन सलामी बल्लेबाजों में से एक हैं। इन दोनों ने पारी की शुरुआत करते हुए वनडे क्रिकेट में कई रिकॉर्ड बनाए। दोनों ने मिलकर देश के लिए कई मैच जिताऊ पारियां खेलीं। इन दोनों ने 93 पारियों में साथ बल्लेबाजी की और मिलकर 3919 रन जोड़े। इन दोनों की जुगलबंदी क्रिकेट के मैदान के बाहर भी शानदार थी। दोनों काफी अच्छे दोस्त हैं और साथ में काफी मस्ती करते हैं।

भारतीय टीम में साथ रहते हुए भी सचिन और सहवाग काफी मजे किया करते थे। ऐसी ही एक घटना के बारे में वीरेंद्र सहवाग ने बताया है। जब सचिन और सहवाग ने मिलकर सौरव गांगुली के साथ प्रैंक किया था। इस घटना के चलते गांगुली ने जर्मनी से एडिडास की टी शर्ट मंगा ली थी।

सहवाग ने बताया कि गांगुली के साथ मजाक करना मास्टर ब्लास्टर का प्लान था। उन्होंने खुलासा किया कि जब गांगुली वॉशरूम में थे, तब दोनों ने जर्मनी से नई एडिडास जर्सी मिलने की बात कही। इसके बाद गांगुली ने बेवजह ही टी शर्ट मंगा ली थी। सहवाग ने एक यूट्यूब चैनल पर कहा “सचिन तेंदुलकर और मैं एडिडास के ब्रांड एंबेसडर थे। हम वॉशरूम गए, और सचिन ने कहा, ‘चलो दादा के साथ एक मजाक करते हैं’। उन्होंने मुझे बस साथ देने के लिए कहा। दादा वॉशरूम में गए और हम बाहर खड़े थे। सचिन ने कहा, ‘जर्मनी से एडिडास की ये टी-शर्ट, कितनी अच्छी हैं। मैंने सहमति जताते हुए कहा ‘सामान वास्तव में अच्छा है’। यह सब कहकर हम बाहर आ गए। इसके बाद दादा ने एडिडास के एक अधिकारी को फोन किया और जर्मनी से टी-शर्ट भेजने को कहा, जो सचिन और सहवाग को दी गई थी।”

सहवाग ने आगे बताया कि कैसे सचिन हर गेंद से पहले एक गेंदबाज की लाइन और लेंथ का अनुमान लगाते थे और इससे उन्हें काफी मदद मिलती थी। वीरू ने कहा “मैं सचिन का जिम पार्टनर हुआ करता था। उन्होंने मुझे जीवन में बहुत कुछ सिखाया। उन्होंने मुझे कठिनाइयों और अभ्यास के बारे में सिखाया। वह एक गेंदबाज की लंबाई की भविष्यवाणी करते थे और मुझे संकेत देते थे। जब उनसे पूछा गया कि वह कैसे जानते हैं, तो उन्होंने कहा, ‘मैं मैं अब इतने सालों से खेल रहा हूं कि मैं अंदाजा लगा सकता हूं कि वह किस तरह से आपको फुल लेंथ से आउट करने की कोशिश कर रहा है। अगली गेंद फुल लेंथ की ही होगी।”