जम्मू : जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी चीफ महबूबा मुफ्ती ने सेना पर बेहद गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने ट्वीट कर कहा, “सेना की 50 आरआर के जवानों की तरफ से पुलवामा की एक मस्जिद में घुसकर मुसलमानों को ‘जय श्री राम’ का नारा लगाने के लिए मजबूर करने की खबर सुनकर स्तब्ध हूं. यह तब हुआ जब केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह यहां मौजूद थे.
महबूबा मुफ्ती ने इस कदम को उकसावे की कार्रवाई बताया और चिनार कोर की कमान संभालने वाले लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई से जांच शुरू करने का अनुरोध किया. उन्होंने आगे लिखा, “ये सब यात्रा से पहले किया गया है, जोकि केवल उकसावे की कार्रवाई है.” मुफ्ती ने लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई को टैग करते हुए कहा, “इसकी तुरंत जांच होनी चाहिए.”
जम्मू-कश्मीर बीजेपी के लिए था लेबोरेटरी”
इससे पहले दिन में महबूबा मुफ्ती ने बीजेपी पर हमला करते हुए कहा, “जम्मू-कश्मीर बीजेपी के लिए एक ‘लेबोरेटरी’ था.” उन्होंने कहा, “बीजेपी को केंद्र की सत्ता से कैसे बाहर किया जाए इसकी रणनीति बनाने के लिए 15 विपक्षी दल कल पटना में एक मंच पर एक साथ आए.”
महबूबा मुफ्ती ने और क्या कहा?
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आवास पर शुक्रवार को हुई विपक्षी दलों की महाबैठक के एक दिन बाद पूर्व सीएम मुफ्ती ने कहा, “वास्तव में, आइडिया ऑफ इंडिया पर हमला किया जा रहा है. ये सबसे ज्यादा स्पष्ट तब था जब उन्होंने जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 को रद्द कर दिया और तीन पूर्व मुख्यमंत्रियों सहित यहां के कई नेताओं को जेल में डाल दिया.”
दिल्ली में लाए गए केंद्र के अध्यादेश का किया जिक्र
उन्होंने कहा, “जम्मू-कश्मीर एक प्रयोगशाला थी और आज केंद्रीय अध्यादेश के माध्यम से जो हम दिल्ली में देख रहे हैं, वो हमारे राज्य में बहुत पहले शुरू हुआ था. दुर्भाग्य से तब कुछ ही लोगों ने इसे समझा था.” महबूबा मुफ्ती ने आरोप लगाते हुए कहा, “अगर बीजेपी 2024 में सत्ता में लौटती है तो संविधान को रौंद देगी और जैसा कश्मीर में किया वैसा पूरे देश में करेगी.”