नईदिल्ली : वेस्टइंडीज दौरे के लिए भारत की वनडे और टेस्ट टीम का एलान हो चुका है। भारतीय टेस्ट टीम से चेतेश्वर पुजारा की छुट्टी कर दी गई है। वहीं, ऋतुराज गायकवाड़ और यशस्वी जायसवाल को पहली बार टेस्ट टीम में मौका दिया गया है। एक बार फिर सरफराज खान की अनदेखी की गई है। सुनील गावस्कर और आकाश चोपड़ा सहित कई दिग्गजों ने सरफराज खान को टीम में नहीं चुने जाने की आलोचना की है। इसके बाद एक बीसीसीआई अधिकारी ने बताया है कि खराब फिटनेस और खराब व्यवहार के कारण सरफराज को भारतीय टीम में नहीं चुना जा रहा है।
मुंबई के इस बल्लेबाज ने पिछले तीन रणजी सीजन में 2566 रन बनाए हैं। उन्होंने 2019/20 सीजन में 928 रन, 2022-23 में 982 और 2022-23 सीजन में 656 रन बनाए। 37 प्रथम श्रेणी मैच के बाद 25 वर्षीय खिलाड़ी का करियर औसत 79.65 है। ऐसे में भारत के लिए दो अंडर -19 विश्व कप खेलने वाले सरफराज की जगह प्रथम श्रेणी में 42 का औसत रखने वाले ऋतुराज के चुनना हैरान करने वाला है।
सरफराज को नहीं चुने जाने के सवाल पर बीसीसीआई के एक अधिकारी ने कहा, “गुस्से वाली प्रतिक्रियाएं समझ में आती हैं लेकिन मैं आपको कुछ हद तक निश्चितता के साथ बता सकता हूं कि सरफराज को बार-बार नजरअंदाज किए जाने का कारण सिर्फ क्रिकेट नहीं है। ऐसे कई कारण हैं जिनकी वजह से उनके नाम पर विचार नहीं किया गया। क्या चयनकर्ता मूर्ख हैं जो लगातार सीजन में 900 से अधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी पर विचार नहीं कर रहे हैं? इसका एक कारण उनकी फिटनेस है जो बिल्कुल अंतरराष्ट्रीय स्तर की नहीं है। उन्हें कड़ी मेहनत करनी होगी, शायद वजन कम करना होगा और दुबला और फिट होकर वापसी करनी होगी, क्योंकि सिर्फ बल्लेबाजी फिटनेस ही चयन का एकमात्र मानदंड नहीं है।”
सरफराज के एक करीबी सूत्र ने कहा कि उन्होंने हाल ही में एनसीए में अपने कार्यकाल के दौरान योयो टेस्ट में 16.5 अंक हासिल किए हैं। भारतीय टीम में चयन के लिए योयो टेस्ट में कम से कम 16.5 अंक हासिल करना जरूरी है। इंग्लैंड और न्यूजीलैंड जैसी टीमों में यह स्तर इससे भी ज्यादा है।
बीसीसीआई अधिकारी के मुताबिक, फिटनेस सरफराज के चयन न होने का एकमात्र कारण नहीं है। उन्होंने कहा “मैदान के अंदर और बाहर उनका आचरण बिल्कुल भी शीर्ष स्तर का नहीं रहा है। कुछ बातें कही गईं, कुछ इशारे किए गए और कुछ घटनाओं पर ध्यान दिया गया है। थोड़ा और अधिक अनुशासित रवैया ही उनके लिए अच्छा होगा। उम्मीद है कि सरफराज अपने पिता और कोच नौशाद खान के साथ मिलकर उन पहलुओं पर काम करेंगे।” कथित तौर पर, इस साल की शुरुआत में रणजी मैच के दौरान दिल्ली के खिलाफ शतक के बाद सरफराज का जश्न अच्छा नहीं था।
यह पूछे जाने पर कि क्या आईपीएल प्रदर्शन और शॉर्ट बॉल के खिलाफ कथित कमजोरी ने भी सरफराज का चयन न होने की वजह है? सूत्र ने जवाब दिया, “यह मीडिया द्वारा बनाई गई धारणा है। क्या आपको लगता है कि इसका कोई क्रिकेट कारण हो सकता है? “जब मयंक अग्रवाल भारतीय टेस्ट टीम में शामिल हुए उन्होंने एक महीने में 1000 प्रथम श्रेणी रन बनाए। क्या एमएसके प्रसाद की समिति ने उनका आईपीएल रिकॉर्ड देखा? हनुमा विहारी के लिए भी यही स्थिति है, जो घरेलू और ए टीम के माध्यम से भारतीय टीम में आए। यदि तब उनके आईपीएल और सफेद गेंद के रिकॉर्ड नहीं देखा गया तो एसएस दास की समिति अब क्यों ऐसा करेगी? सरफराज ने नहीं चुने जाने का कारण क्रिकेट नहीं है।”
फिलहाल सरफराज के लिए टीम में जगह बनाना मुश्किल
सूत्र ने भारतीय टीम में सरफराज की जगह को लेकर कहा “जरा इसके बारे में सोचें। सरफराज विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के लिए रिजर्व में भी क्यों नहीं थे? ऋतुराज के अपनी शादी के कारण हटने के बाद सूर्यकुमार यादव, यशस्वी जसीवाल दो रिजर्व थे। अभी, पेकिंग ऑर्डर के अनुसार, अजिंक्य रहाणे नंबर 5 पर हैं और गायकवाड़ रिजर्व मध्य क्रम के बल्लेबाज हैं जिन्हें फ्लोटर के रूप में भी इस्तेमाल किया जा सकता है। इसलिए एक बार रहाणे के असफल होने पर सबसे अधिक संभावना गायकवाड़ को मौका मिलने की है। इसके अलावा वेस्ट जोन के लिए दलीप ट्रॉफी खेल रहे सूर्यकुमार यादव को भी बाहर करना मुश्किल है। अगर श्रेयस अय्यर फिट हो जाते हैं, तो सरफराज के लिए अंतरराष्ट्रीय टीम की राह काफी कठिन हो सकती है।