रायपुर : फिल्म स्पेशल 26 में एक्टर अक्षय कुमार नकली CBI की टीम बनाकर कारोबारियों के यहां छापा मारते हैं। रुपए लूट कर भाग जाते हैं। इस फिल्म के स्टाइल में ही छत्तीसगढ़ के कुछ अधिकारियों के साथ ठगी हो गई। ठगों ने खुद को ED प्रवर्तन निदेशालय का अधिकारी बताकर कांड किया है। फोन पर भारी भरकम अंग्रेजी के शब्दों में छत्तीसगढ़ के अफसरों को ऐसा धमकाया कि बैग में रुपए भरकर अफसर खुद ठगों को दे आए। अब इन बदमाशों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
पकड़े गए बदमाशों में 54 साल का अश्वनी भाटिया और 24 साल का निशांत इंगड़े शामिल है। दोनों अमरावती महाराष्ट्र के रहने वाले हैं। पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक इन बदमाशों ने अब तक छत्तीसगढ़ के चार बड़े अधिकारियों को इसी तरह धमकाकर लाखों रुपए की वसूली की है। मध्यप्रदेश के भी एक अधिकारी को धमकाकर उगाही कर चुके हैं। इनकी ठगी का शिकार हो चुके कुछ अधिकारियों ने तो शिकायत ही नहीं की है। आरोपियों ने बताया कि बिहार ,झारखंड, ओडिशा, महाराष्ट्र, कर्नाटक और दिल्ली जैसे राज्यों के अलग अलग अधिकारियों को यह इसी तरह चूना लगा चुके हैं।
जब पुलिस के पास पहुंची शिकायत
पर्यावरण संरक्षण मंडल के नवा रायपुर कार्यालय में पदस्थ दो अधिकारियों को 18 मार्च के दिन एक कॉल आई। फोन करने वाले ने खुद का नाम ऐश्वर्य क्षेत्री बताया। कहा- मैं ED अधिकारी हूं, आपके खिलाफ ED, ईओडब्ल्यू में आय से अधिक संपत्ति की शिकायत है] जिसकी जांच मैं कर रहा हूं। अगर कार्रवाई से बचना है तो मुझे 10 लाख देने होंगे। दोनों अधिकारी घबरा गए और 10 लाख रुपए लेकर बदमाशों को अमरावती जाकर दे आए।
फिर कुछ महीनों तक अधिकारी शांत रहे। मगर इस बात का पता लगाते रहे कि आखिर उनके खिलाफ शिकायत में किस तरह के तथ्य थे। अधिकारियों को यह बात पता चलने लगी कि उनके खिलाफ कोई शिकायत ही नहीं थी, इसके बाद उन्होंने पुलिस के पास जाकर ठगी की जानकारी दी। इसी तरह आबकारी विभाग के अधिकारी को फोन करके बदमाशों ने ठीक उसी तरह खुद को ईडी का अधिकारी बताया और रुपए की मांग करने लगे। आबकारी विभाग के अधिकारी जाल में नहीं फंसे। मामले की शिकायत पुलिस के पास पहुंची तो एक स्पेशल टीम तैयार की गई।
जिन फोन नंबरों से बदमाशों ने अधिकारियों को फोन किया था उनकी लोकेशन ट्रेस करने के काम में पुलिस लग गई। महाराष्ट्र की लोकेशन मिलने पर टीम रवाना हुई । वहां पहुंचकर आरोपी अश्वनी भाटिया और निशांत इंगड़े को हिरासत में लिया गया। पूछताछ में दोनों आरोपियों ने बताया कि सरकारी अधिकारियों को फोन कर इन्होंने ठगा । यह जानते थे कि छत्तीसगढ़ में प्रवर्तन निदेशालय आबकारी विभाग के अधिकारियों और अन्य अधिकारियों की जांच कर रहा है, वैसे ही विभागों से जुड़े अधिकारियों को फोन करिए धमकाने लगे थे।
इंटरनेट से निकालते नंबर फिर अंग्रेजी में धमकाते
पूछताछ में निशांत ने पुलिस को बताया कि इंटरनेट में सरकारी विभागों के वेबसाइट से फोन नंबर निकाल कर यह अफसरों को फोन करते थे। फिर कभी ईडी कभी आयकर विभाग एसीबी का अधिकारी बताकर अफसरों को अपने झांसे में लेते थे। अश्वनी भाटिया लोगों से फोन पर बात करता था और उन्हें अमरावती बुलाकर पैसे लिया करता था। अश्वनी अंग्रेजी भाषा का जानकार था जब वह अधिकारियों को धमकाने के लिए फोन करता तो इंग्लिश में वैसे ही बात करता जैसे अमूमन सरकारी विभाग के अफसर रौबदार तरीके से बात करते हैं ।बातें सुनकर अधिकारी डर जाते थे और पैसे देने को राजी हो जाते थे। अब पुलिस इन्हें पकड़कर ठगी के बारे में पूछताछ कर रही है।