नईदिल्ली : वर्ल्ड कप 2023 के शेड्यूल के ऐलान के साथ ही इसको लेकर भारत में विवाद भी शुरू हो गया. विवाद की वजह चुने गए वेन्यू हैं. आरोप लगाए जा रहे हैं कि राजनीतिक आधार पर वर्ल्ड कप के 10 वेन्यू को चुना गया है. कई वरिष्ठ नेताओं ने बीसीसीआई पर ऐसे आरोप मढ़े हैं, जिसमें केरल से कांग्रेस के सांसद शशि थरूर भी शामिल हैं. थरूर ने तिरुवनंतपुरम को नहीं चुने जाने पर नाराजगी जताई थी, लेकिन अब केरल क्रिकेट एसोसिएशन ने ही उनकी इस मांग को गलत बता दिया है.
बीसीसीआई और आईसीसी ने 27 जून को भारत में होने वाले वनडे वर्ल्ड कप का शेड्यूल जारी किया. टूर्नामेंट की शुरुआत 5 अक्टूबर से होगी और 19 नवंबर को फाइनल होगा. इसके लिए अहमदाबाद, दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, लखनऊ, पुणे, हैदराबाद, चेन्नई, बेंगलुरु और धर्मशाला को चुना गया है. वहीं तिरुवनंतपुरम और गुवाहाटी की झोली में अभ्यास मैच आए हैं.
केरल को मैच न मिलने पर खफा थरूर
टूर्नामेंट का पहला मैच, भारत-पाकिस्तान जैसा हाई-प्रोफाइल मुकाबला और फाइनल अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेले जाएंगे. ये राजनीतिक विवाद की वजह भी बन गया है और कांग्रेस सांसद थरूर ने इस पर सवाल उठाए थे. शेड्यूल जारी होने के बाद थरूर ने एक ट्वीट में कहा था कि तिरुवनंतपुरम में देश का बेस्ट क्रिकेट स्टेडियम होकर भी उसे कोई मैच नहीं मिलना निराशाजनक है. उन्होंने अहमदाबाद को क्रिकेट कैपिटल बनाने का आरोप लगाया.
थरूर को नहीं पता फैक्ट्स- जॉर्ज
अब केरल क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष और बीसीसीआई के पूर्व अधिकारी जयेश जॉर्ज ने थरूर के आरोपों को खारिज किया है. जॉर्ज ने साफ किया कि अहमदाबाद स्टेडियम में सबसे ज्यादा दर्शक क्षमता (1.3 लाख) के कारण बड़े मैच मिल रहे हैं.
जॉर्ज ने कोलकाता का उदाहरण भी दिया जो एक वक्त सबसे ज्यादा क्षमता वाला स्टेडियम हुआ करता था और उसे बड़े और ज्यादा मैच मिलते थे. केसीए के अध्यक्ष ने कहा कि ऐसे अहम पहलुओं के कारण ही इन स्टेडियमों को ज्यादा मैच मिलते हैं. उन्होंने थरूर पर तथ्यों को अनदेखा करने का आरोप भी लगाया.
भारत की जहां तक बात है तो लीग स्टेज के अपने 9 मैचों के लिए रोहित शर्मा की टीम 9 अलग-अलग शहरों में खेलने जाएगी. टीम इंडिया सिर्फ हैदराबाद में कोई मैच नहीं खेलेगी. उसके अभियान की शुरुआत 8 अक्टूबर को चेन्नई में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ होगी.