छत्तीसगढ़

मस्जिद से जय श्री राम के नारे लगवाने का किया था दावा, फेक ट्वीट के फेर में फंसीं महबूबा मुफ्ती, शिकायत दर्ज

नईदिल्ली : जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी नेता महबूबा मुफ्ती के सामने मुश्किल आ गई है. एक सामाजिक और राजनीतिक कार्यकर्ता ने मुफ्ती के खिलाफ जम्मू के नवाबाद पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई है. शिकायत में मुफ्ती पर सेना के बारे में गलत जानकारी फैलाने का आरोप लगाया गया है. 

रिपोर्ट के अनुसार, बोधराज शर्मा नाम के व्यक्ति ने पुलिस को शिकायत में कहा है कि पीडीपी चीफ ने अपने ट्विटर पेज पर एक मैसेज शेयर किया था, जो काफी भड़काऊ था. उन्होंने पुलिस ने मुफ्ती के खिलाफ संबंधित धाराओं में प्राथमिकी दर्ज करने का अनुरोध किया है.

अदालत जाने की दी चेतावनी

शर्मा ने अपनी शिकायत में कहा है कि महबूबा मुफ्ती ने अमरनाथ यात्रा से पहले बिना किसी सबूत के सेना के खिलाफ पोस्ट लिखी, जो बेहद गैर-जिम्मेदाराना था. उन्होंने ये भी कहा कि अगर पीडीपी चीफ के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई तो वे इस मामले को अदालत में ले जाने को मजबूर होंगे.

क्या है मामला?

महबूबा मुफ्ती ने शनिवार (24 जून) एक ट्वीट कर सेना के खिलाफ गंभीर आरोप लगाया था. पीडीपी चीफ ने लिखा था, “सेना की 50 आरआर के जवानों की तरफ से पुलवामा की एक मस्जिद में घुसकर मुसलमानों को ‘जय श्री राम’ का नारा लगाने के लिए मजबूर करने की खबर सुनकर स्तब्ध हूं. यह तब हुआ जब केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह यहां मौजूद हैं.”

महबूबा मुफ्ती ने इसे उकसावे की कार्रवाई बताते हुए चिनार कोर की कमान संभालने वाले लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई से जांच करने की मांग की. उन्होंने लिखा, “ये सब यात्रा से पहले किया गया है, जोकि केवल उकसावे की कार्रवाई है.” मुफ्ती ने लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई को टैग करते हुए कहा, “इसकी तुरंत जांच होनी चाहिए.” 

बाद में मीडिया रिपोर्ट को शेयर करते हुए उन्होंने जांच शुरू करने को लेकर सेना का शुक्रिया अदा किया. उन्होंने लिखा, जडूरा की घटना में त्वरित कार्रवाई करने के लिए चिनार कोर को धन्यवाद. केवल वास्तविक जवाबदेही ही नागरिकों और सशस्त्र बलों के बीच विश्वास बहाल करेगी. कश्मीर एकमात्र राज्य है जहां अमरनाथ यात्रा जैसी तीर्थयात्रा ईद के साथ होती है. यही कश्मीरियत की भावना है.