पटना: केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने दिल्ली के राउज एवेन्यू कोर्ट में लैंड फॉर जॉब घोटाला मामले में आरोप पत्र दाखिल किया है। आरोप पत्र में बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव और कंपनियों समेत कई अन्य लोगों के नाम आरोपी के तौर पर शामिल हैं।
नौकरी के बदले जमीन घोटाले से संबंधित मामले में पूर्व केंद्रीय रेल मंत्री लालू यादव, बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी, बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव और कई अन्य के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया गया है।
बता दें कि इससे पहले दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने सीबीआई को नौकरी के बदले जमीन मामले में चार्जशीट दाखिल दायर करने का अतिरिक्त समय दिया था।
दरअसल, सीबीआई की ओर से कोर्ट में कहा गया था कि वह कोर्ट की छुट्टी के बाद अपना पूरक आरोप पत्र दाखिल करेगी, जिसके बाद कोर्ट की ओर से कहा गया कि इस मामले में अगली सुनवाई 12 जुलाई को होगी।
अदालत ने सीबीआई से कहा था कि एजेंसी की ओर से मामले में लगातार देरी स्वीकार्य नहीं है। इस पर सीबीआई ने जवाब दिया था कि इस मामले में अभी भी जांच चल रही है और उन्हें नए तथ्यों को शामिल करने के लिए कुछ और समय चाहिए, जिसके बाद आज सोमवार को सीबीआई ने चार्जशीट दाखिल की है।
लालू परिवार से CBI ने मांगा था संपत्ति का ब्योरा
इससे पहले मई में रेलवे में नौकरी के बदले जमीन मामले की जांच के क्रम में सीबीआइ ने लालू परिवार के सभी सदस्यों के नाम से खरीदी गई संपत्ति का ब्योरा मांगा था।
साल 2004 से 2009 तक तत्कालीन रेल मंत्री लालू प्रसाद, राबड़ी देवी, उप मुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद, मंत्री तेजप्रताप एवं मीसा भारती समेत लालू की सभी सात बेटियों के नाम से खरीदी, गिफ्ट की गई या लीज पर दी गई अचल संपत्ति का विवरण मांगा गया था।
बता दें कि सीबीआई के पुलिस अधीक्षक, आर्थिक अपराध इकाई ने राज्य के निबंधन महानिरीक्षक (आइजी) को पत्र भेजकर यह ब्योरा उपलब्ध कराने के लिए कहा था।
इसके तहत सहायक निबंधन महानिरीक्षक मनोज कुमार संजय ने राज्य के सभी जिला अवर निबंधक एवं अवर निबंधक को निर्देश भी जारी किए थे। इसमें सभी विवरण सीधे सीबीआई के पुलिस अधीक्षक को भेजने के लिए कहा गया था।