लंदन : लार्ड्स टेस्ट में उस्मान ख्वाजा के साथ हुए दुर्व्यवहार के बाद मेलबर्न क्रिकेट क्लब (एमसीसी) ने अपने सदस्यों के लांग रूम में प्रवेश पर रोक लगा दी है। एमसीसी ने कहा कि सदस्यों ने लॉडर्स टेस्ट के दौरान आस्ट्रेलियाई क्रिकेटरों को अपशब्द कहकर क्लब को लज्जित किया है।
एमसीसी ने इस घटना के बाद तीन सदस्यों को निलंबित किया था। एमसीसी अध्यक्ष ब्रूस सी ब्राउन ने क्लब के सदसयों को लिखे ई-मेल में कहा, कुछ सदस्यों के व्यवहार का हमारे क्लब की ख्याति पर काफी बुरा प्रभाव पड़ा है। हमारा क्लब क्रिकेट के प्रचार और प्रसार के लिए सकारात्मक रवैया अपनाने पर विश्वास रखता है, लेकिन इन सदस्यों की हरकत से हमारे प्रयासों को धक्का लगा है।
ख्वाजा और वॉर्नर के साथ हुई थी बहस
लांग रूम एमसीसी सदस्यों और उनके मेहमानों के लिए आरक्षित क्षेत्र है। लार्ड्स टेस्ट के पांचवें दिन जानी बेयरस्टो की विवादित स्टंपिंग के बाद आस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों उस्मान ख्वाजा और डेविड वॉर्नर की लांग रूम में दर्शकों के साथ तीखी बहस हो गई थी।
दरअसल, एमसीसी ने खिलाड़ियों के ड्रेसिंग रूम से पिच पर आने के रास्ते में अपने सदस्यों का प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया है। इसके अलावा टीमों के परिसर में आने के समय सदस्य सीढ़ियों का प्रयोग नहीं कर सकेंगे।
इसलिए हुआ नियमों में बदलाव
गौरतलब हो कि लॉर्ड्स टेस्ट के दौरान इंग्लैंड की दूसरी पारी के 52वें ओवर में कैमरून ग्रीन की आखिरी गेंद पर बेयरस्टो को विवादित रन आउट करार दिया गया था। दरअसल, बेयरस्टो गेंद खेलने के बाद क्रीज के आगे निकल गए, ऐसे में विकेटकीपर एलेक्स कैरी ने स्टंप पर थ्रो मारा।
ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों की अपील के बाद मामला तीसरे अंपायर ने जॉनी बेयरस्टो आउट करार दिया था। इस फैसले से इंग्लैंड के खिलाड़ी भी काफी नाखुश दिखे थे। बाद में दर्शकों ने उस्मान ख्वाजा और डेविड वॉर्नर के साथ बहस की थी।