नईदिल्ली : महेंद्र सिंह धोनी आईसीसी की तीनों ट्राॅफियां जीतने वाले इकलाैते कप्तान हैं। उन्होंने 2007 में टी20, 2011 में वनडे तो फिर 2013 में बतौर कप्तान चैंपियंस ट्रॉफी जीती। हालांकि, इसके बाद भारत कोई आईसीसी ट्राॅफी नहीं जीत पाया। साल 2019 में हुए वर्ल्ड कप में भारत जीत का दावेदार था, लेकिन वह सेमीफाइनल में हार गया। धोनी रन आउट हुए थे, जिसके साथ ही भारत मैच से दूर चला गया। वहीं अब धोनी के ऊपर तब जानबूझकर रन आउट होने का गंभीर आरोप लगा है।
योगराज ने लगाया आरोप
पूर्व भारतीय क्रिकेटर योगराज सिंह ने धोनी पर 2019 वर्ल्ड कप में मिली हार का ठीकरा फोड़ा है। युवराज सिंह के पिता योगराज ने कहा कि धोनी नहीं चाहते थे कि कोई अन्य कप्तान आईसीसी ट्राॅफी जीते। उन्होंने कहा कि धोनी ने तब जानबूझकर अच्छी बल्लेबाजी नहीं की थी। एक चैनल को दिए इंटरव्यू के दाैरान योगराज ने कहा, “वर्ल्ड कप 2019 के सेमीफाइनल मुकाबले में धोनी ने जानबूझकर अच्छी बल्लेबाजी नहीं की ताकि भारत हार जाए। क्योंकि धोनी नहीं चाहते थे कि भारत किसी और की कप्तानी में वनडे विश्व कप जीते। इसलिए विश्व कप के दौरान जानबूझकर उन्होंने खराब प्रदर्शन किया ताकि कोहली उनकी बराबरी न कर सके।”
धोनी ने बल्लेबाजों को आउट करवाया
योगराज ने आगे कहा, “जडेजा अच्छा खेल रहा था और भारत को लक्ष्य के करीब ले जाने की कोशिश कर रहा था लेकिन धोनी वैसा नहीं खेल रहे थे, जैसा खेलना चाहिए था। आपने आईपीएल में देखा कि कैसे वो रन बनाता है जब आखिरी ओवर में भी 20-25 रनों की जरूरत होती है। अगर धोनी अपनी क्षमता का 40 प्रतिशत भी खेलते तो हम उस मैच को 48वें ओवर में ही जीत सकते थे।”
इसके आगे योगराज ने लॉजिक देते हुए कहा, “चलो मैं एक लॉजिक की बात करता हूं। जडेजा जब बल्लेबाजी कर रहा था तो वही गेंदबाज व वही विकेट था और वह लगातार छक्के-चौके लगा रहे थे। वहीं, धोनी जडेजा को कह रहा है तू मार, फिर हार्दिक पांड्या को भी बोल रहा था कि तू मार…धोनी ने दो बल्लेबाजों को आउट करवा दिया। अगर जडेजा आकर इस तरह खेल सकता है तो धोनी क्यों नहीं।” योगराज भारत के लिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेल चुके हैं और उन्होंने करियर में एक टेस्ट और 6 वनडे मैच खेले। उनकी दिग्गज सुनील गावस्कर की कप्तानी में इंटरनैशनल करियर की शुरुआत की और न्यूजीलैंड के खिलाफ दिसंबर 1980 में वनडे मैच खेला। हालांकि यह मैच भारत 3 विकेट से हार गया।
कम लक्ष्य का पीछा नहीं कर पाया था भारत
बता दें कि तब विराट कोहली की कप्तानी में भारत शानदार प्रदर्शन रहा था लेकिन भारतीय टीम सेमीफाइनल मुकाबले में न्यूजीलैंड के खिलाफ कम लक्ष्य का पीछा भी नहीं कर पाई थी। न्यूजीलैंड ने पहले बल्लेबाजी की और 8 विकेट खोकर 239 रन बनाए, जबकि 240 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी टीम इंडिया के 221 रन पर ही सिमट गई और 18 रनों से टीम को हार का सामना करना पड़ा था।