छत्तीसगढ़

पबजी वाला प्यार: अब बात करने से भी कतरा रहा सीमा के इश्क में खुद को ‘गुलाम’ बताने वाला हैदर, बार-बार काटी कॉल

ग्रेटर नोएडा। पबजी पार्टनर के प्यार की खातिर पाकिस्तान से नेपाल के रास्ते रबूपुरा आने का दावा करने वाली सीमा हैदर से एटीएस ने दूसरे दिन भी गहन पूछताछ की। इस दौरान कई ऐसे तथ्य सामने आए, जिससे जासूसी का शक बढ़ा है। सीमा से एटीएस ने पाकिस्तान से आठ मई को 70 हजार रुपये में खरीदे गए मोबाइल का बिल बरामद किया। 

खास बात यह है कि सीमा ने दस मई को पाकिस्तान छोड़ा था और सीमा से बरामद हुए चारों बच्चों समेत पांच पासपोर्ट भी आठ मई को ही जारी किए गए थे। इसके अलावा फोरेंसिक टीम ने पाकिस्तान व नेपाल से जुड़े दो वीडियो भी एटीएस को दिए हैं।  

सीमा से एटीएस के अधिकारियों ने अधिकांश सवाल पाकिस्तान कनेक्शन को लेकर किए, लेकिन वह अधिकांश सवालों के जवाबों को सचिन के प्यार से जोड़कर देने का प्रयास करती रही। मगर कुछ सवालों के जवाब में सीमा उलझ गई और इससे एटीएस का संदेह उस पर गहराने लगा है। 

सीमा हैदर और सचिन के पिता को सोमवार रात लगभग साढ़े 11 बजे एटीएस टीम रबूपुरा स्थित सचिन के घर छोड़ गई थी। सीमा उसके तीन बड़े बच्चे और सचिन के पिता नेत्रपाल को मंगलवार सुबह पौने नौ बजे एक बार फिर एटीएस नोएडा सेक्टर-58 दफ्तर लेकर गई और दिन भर पूछताछ की। 

सूत्रों का कहना है कि एटीएस ने सीमा से पूछा कि तुम्हारा भाई पाकिस्तान आर्मी में है। चाचा आर्मी में सूबेदार बताए गए हैं। सीमा अब तक दावा करती रही है कि उसके चाचा उसका गांव में आना पसंद नहीं करते थे। इसलिए वह गांव नहीं जाती थी। लेकिन ने आठ मई को जो मोबाइल खरीदा था। उसे चाचा के दिलाने की आशंका है लेकिन उर्दू के बिल में किसी का नाम नहीं लिखा। 

वहीं, सीमा ने इस मोबाइल का इस्तेमाल केवल दो या तीन दिन किया और यह पुलिस ने टूटा को हुआ बरामद हुआ है। इतना ही नहीं, पाकिस्तान का सिम भी नेपाल में ही फेंक दिया गया। ये मोबाइल नया था तो इससे पहले वह कौन सा मोबाइल व सिम इस्तेमाल करती थी। 

सीमा ने नेपाल आकर सचिन से बात करने के लिए नेपाल से खरीदे गए सिम का इस्तेमाल किया। सीमा कुछ सवालों का घुमा फिराकर जवाब देने लगी। आशंका यह भी है कि सीमा को मोबाइल उसके चाचा ने खरीदकर दिया है। हालांकि पूछताछ के संबंध में एटीएस या किसी अधिकारी ने अधिकारिक रूप से जानकारी नहीं दी है।

पाकिस्तानी सेना की वर्दी और सोशल मीडिया के संपर्कों से गहराया शक
उधर, यूपी एटीएस को पाकिस्तानी सेना की वर्दी में सीमा हैदर का एक फोटो और सोशल मीडिया पर उसके भारतीय सैनिकों व एनसीआर के कई युवकों से जुड़ने की जानकारी मिली है। जिससे सीमा हैदर पर शक बढ़ रहा है। इस फोटो को लेकर एटीएस ने सीमा से सवाल पूछा है कि क्या वह पाकिस्तान आर्मी से जुड़ी है। 

हालांकि यह फोटो सोशल मीडिया पर वायरल है या फिर उसके नष्ट किए गए मोबाइल से जुटाया गया है, इसकी अभी अधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। लेकिन दो दिन तक पूछताछ के बाद भी जांच पूरी नहीं होना इशारा कर रहा है कि एटीएस को ऐसे साक्ष्य मिले हैं, जिससे सीमा हैदर व उसके मददगार सचिन मीणा पर आने वाले समय में कानून का शिकंजा और कस सकता है।

सूत्रों ने जानकारी दी है कि पाकिस्तानी सेना की वर्दी में फोटो को लेकर उसने घुमाकर फिराकर जवाब दिए हैं। सीमा ने कभी उसका फोटो होने से इंकार किया तो कभी उसके भाई की वर्दी बताया। लेकिन नेम प्लेट पर उसके भाई से अलग नाम होने पर उसने इसे अपने भाई के दोस्त की बताया। इसके अलावा यह भी पता चला है कि उसने भारतीय सेना से जुड़े लोगों से सोशल मीडिया पर संपर्क बढ़ाए। 

इसके अलावा उसने दिल्ली-एनसीआर के युवाओं से भी जुड़ने का पूरा प्रयास किया। उसके नाम से बने एक फेसबुक पेज पर लगभग ढाई लाख फालोअर्स हैं। इसे सीमा हैदर ने फेक बताया था। इसकी भी जांच की जा रही है, क्योंकि इस पेज से जमकर फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी गईं है। सीमा के मोबाइल से रिकवर की गईं दो वीडियो पोर्न बताई जा रही है। हालांकि इसकी अभी पुष्टि नहीं हुई है।

एक घंटी में रिसीव करने वाला हैदर काटता रहा कॉल
सीमा हैदर पर जैसे ही एटीएस का शिकंजा कसा है, वैसे ही सऊदी अरब में बैठकर उसका पति होने का दावा करने वाला गुलाम हैदर भी शक के दायरे में आ गया है। अब तक गुलाम हैदर अपना काम धाम छोड़कर मीडिया के सवालों के दिन रात जवाब देने के लिए हाजिर रहता था। कॉल करने पर एक घंटी में रिसीव करता था। लेकिन मंगलवार को उससे कई बार कॉल कर संपर्क करने का प्रयास किया गया, उसे मैसेज भी भेजे गए लेकिन वह कॉल काटता रहा और किसी मैसेज का जवाब नहीं दिया।

मकान बेचने को लेकर भी गहन पूछताछ
अब तक सीमा पाकिस्तान का मकान 12 लाख में बेचकर आने का दावा कर इसी से मोबाइल, पासपोर्ट व एयर टिकट खरीदने का दावा करती रही है। लेकिन सीमा किराये के मकान में ही रह रही थी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, उसके वहां मकान बेचने की पुष्टि नहीं हो रही थी। इसके अलावा वह पासपोर्ट, टिकट कराने वाले ट्रैवल एजेंट तक कैसे पहुंची। मकान किसे और किसकी मदद से बेचा। रुपये नकद मिले या खाते में आए। रुपया मकान बेचकर मिला या फिर उसका कोई मददगार है। इन सब बातों को लेकर भी सवाल किए हैं। जिनमें सीमा उलझती नजर आई है।

हाथ पर जले-कटे के निशान प्रशिक्षण का हिस्सा तो नहीं
सीमा हैदर का पांचवीं पास होने के बावजूद अंग्रेजी बोलना, सटीक हिंदी बोलना, साड़ी पहनना, घूंघट करने का तरीका और हर सवाल का तुरंत जवाब देना उसके विशेष प्रशिक्षण लेने का शक जाहिर करता है। उसके हाथ पर कटे और जले के कई निशान हैं। जिसे वह सचिन के प्यार में काटने और गुलाम हैदर के जलाने को लेकर बयान देती रही है। लेकिन एटीएस ने उससे सवाल किए हैं कि कहीं किसी प्रशिक्षण के दौरान तो उसे यह निशान नहीं मिले।