नईदिल्ली : राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) में अजित पवार ने नेतृत्व में हुई बगावत के बाद से सियासी तापमान बढ़ा हुआ है. डिप्टी सीएम अजित पवार और पार्टी चीफ शरद पवार पार्टी पर अपना-अपना दावा कर रहे हैं. इसी बीच पूर्व सीएम शरद पवार को बड़ा झटका लगा है.
नगालैंड के प्रदेश अध्यक्ष वानथुंग ओडियो ने बताया कि राज्य के एनसीपी के सभी सात विधायकों ने महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजित पवार के गुट का समर्थन देने का एलान किया है. इस सबंध में पत्र लिखकर कहा कि हम उनके साथ हैं. इन सातों विधायकों ने मार्च 2023 में विधानसभा चुनाव जीतने के बाद एनडीपीपी-बीजेपी गठबंधन को समर्थन किया था. दरअसल, 2 जुलाई को अजित पवार के नेतृत्व में एनसीपी के कई विधायकों ने पार्टी से बगावत कर दी थी. चौंकाने वाले कदम के तहत अजित पवार समेत 9 विधायक महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और बीजेपी की गठबंधन सरकार में शामिल हो गए.
ये नेता बने थे मंत्री
महाराष्ट्र सरकार में अजित पवार को डिप्टी सीएम के साथ वित्त मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई है. उनके साथ सरकार में मंत्री के तौर पर शामिल होने वाले छगन भुजबल को अन्न नागरिक आपूर्ति, दिलीप वलसे पाटिल को सहकारी मंत्री और हसन मुश्रीफ को वैद्यकीय शिक्षण विभाग की जिम्मेदारी दी गई है.
इसके अलावा धर्मराव बाबा अत्राम को अन्न और औषधि प्रशासन, अदिति तटकरे को महिला एवं बाल विकास, संजय बनसोड़े को खेल एवं युवा मंत्रालय विभाग सौंपा गया है. साथ ही धनंजय मुंडे को कृषि मंत्रालय और अनिल पाटील को मदद पुनर्वासन के साथ आपदा व्यवस्थापन विभाग की जिम्मेदारी दी गई है.