छत्तीसगढ़

जल की रानी को बनाया निवाला: यूपी में डॉल्फिन मारकर खा गए मछुआरे, फोटो वायरल होने पर जागा वन विभाग; एक गिरफ्तार

कौशाम्बी : प्रयागराज स्थित कौशाम्बी के पिपरी कोतवाली के नासिर पुर गांव के पास यमुना से मछुआरों ने डॉल्फिन का शिकार कर अपना निवाला बना लिया। उसे पकड़कर ले जाने का फोटो वायरल होने पर पांच के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार भी कर लिया।

चायल के वन रेंजर रवींद्र कुमार ने पुलिस को दी तहरीर में बताया कि 22 जुलाई की सुबह नौ से 10 बजे के बीच नसीरपुर गांव के मछुआरे रंजीत कुमार, संजय, दीवान, बाबाजी व गेंद लाल यमुना नदी में मछली पकड़ रहे थे। इसी दौरान उन्होंने अपने जाल में वन्य संरक्षण अधिनियम 1972 के अंतर्गत अनुसूची 1 के भाग 5/8 घ में वर्णित गैजेटिक डॉल्फिन (प्लैटनिस्टा गैजेटिका) को फंसा लिया। आरोपी उसका शिकार कर नदी से बाहर ले आए। इसका किसी ने मोबाइल से वीडियो व फोटो बना लिया।

आरोप है कि यमुना नदी से मिली डॉल्फिन को मारकर इन मछुआरों ने अपना निवाला बना लिया। 23 जुलाई की रात सोशल मीडिया पर फोटो वायरल होने के बाद वन विभाग के अधिकारियों को जानकारी हो सकी। सोमवार को वह बीट प्रभारी वन दरोगा राम प्रकाश रावत के साथ नसीरपुर गांव पहुंचे। जांच के बाद वन विभाग की टीम ने रंजीत को पकड़ कर पिपरी कोतवाली के हवाले कर दिया।

वन रेंजर की तहरीर पर पुलिस ने वन संरक्षण अधिनियम की धारा 1972 की धारा 9, 39, 50, 51(1) के तहत के तहत नामजद पांचों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। एक आरोपी को गिरफ्तार करने के साथ ही पुलिस शेष चार अन्य आरोपियों की तलाश कर रही है। इंस्पेक्टर श्रवण सिंह ने बताया कि वन रेंजर की तहरीर पर केस दर्ज कर आरोपी रंजीत को गिरफ्तार कर लिया गया है।