नईदिल्ली : बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और आरजेडी के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव चारा घोटाला मामले में पहले से सजा काट रहे हैं. अब रेलवे में नौकरी की एवज में जमीन घोटाले के मामले में भी ईडी (ED) ने उनपर बड़ा एक्शन लिया है.
आधिकारिक सूत्रों ने दावा करते हुए कहा कि सोमवार (31 जुलाई) को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने कथित रेलवे नौकरियों के लिए जमीन घोटाले में राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद, उनके परिवार और अन्य के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग जांच के तहत कुछ संपत्तियां कुर्क की हैं.
इतने करोड़ की प्रॉपर्टी की गई अटैच
आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि एजेंसी ने संपत्तियों को कुर्क करने के लिए धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA) के तहत एक अनंतिम आदेश जारी किया है. उनका दावा है कि ईडी ने करीब 6 करोड़ 2 लाख रुपये की अनुमानित कीमत वाली दो प्रॉपर्टी को अटैच किया है. इसमें दिल्ली की न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी और पटना की एक प्रॉपर्टी शामिल है.
लालू यादव और उनके परिवार के बयान दर्ज
ईडी ने पिछले कुछ महीनों में इस मामले में लालू यादव की पत्नी और बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी, बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, बेटियों मीसा भारती (राज्यसभा में राजद सांसद), चंदा यादव और रागिनी यादव सहित उनके बच्चों का बयान दर्ज किया है.
क्या है रेलवे नौकरियों के लिए जमीन घोटाला
बता दें कि, कथित घोटाला उस समय का है जब लालू प्रसाद यूपीए-1 सरकार में रेल मंत्री थे. ईडी और सीबीआई का आरोप है कि 2004-09 की अवधि के दौरान, भारतीय रेलवे के विभिन्न क्षेत्रों में ग्रुप डी पदों पर विभिन्न व्यक्तियों को नियुक्त किया गया था और बदले में संबंधित व्यक्तियों ने अपनी जमीन लालू प्रसाद के परिवार के सदस्यों को ट्रांसफर की थी.
CBI ने भी दाखिल की थी चार्जशीट
सीबीआई ने भी लालू यादव के खिलाफ इस मामले में केस दर्ज किया था. पिछले साल जांच एजेंसी की तरफ से चार्जशीट दाखिल की गई थी. सीबीआई आरोप है कि लालू यादव ने पत्नी राबड़ी,बेटी मीसा और रेलवे के अधिकारियों के साथ मिलकर यह घोटाला किया था. उम्मीदवारों ने जो जमीन बेची है उसकी कीमत बाजार दरों के मुकाबले बहुत कम है.