कोलकाता : टीएमसी सांसद नुसरत जहां भ्रष्टाचार के मामले में घिरी हुई हैं। जहां ने दावा किया है कि उन्होंने रियल एस्टेट कंपनी के निदेशक पद से इस्तीफा दे दिया था। बता दें, जहां पर आरोप है कि उन्होंने कोलकाता के पूर्ववर्ती इलाके के न्यू टाउन में फ्लैट दिलाने का कहकर वरिष्ठ नागरिकों को धोखा दिया था।
पढ़िए क्या बोलीं नुसरत जहां
टीएमसी नेता और अभिनेत्री नुसरत जहां ने बुधवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया। कॉन्फ्रेंस में उन्होंने अपने ऊपर लगे धोखाधड़ी के इल्जामों को सिरे से नकार दिया है। उन्होंने कहा कि मैं यहां स्पष्टीकरण देने नहीं आई हूं। मैंने कुछ गलत नहीं किया। मेरे खिलाफ मीडिया ट्रायल चल रहा है। मैं किसी भी गलत कामों या किसी भी प्रकार की धोखाधड़ी में शामिल नहीं हूं। मैंने छह साल पहले ही मार्च 2017 में निदेशक के रूप में इस्तीफा दे दिया था। पता नहीं मेरे ऊपर झूठे आरोप क्यों लगाए जा रहे हैं। जहां का कहना है कि उन्होंने कंपनी से कर्ज लिया था। मई 2017 में उन्होंने कर्ज ब्याज सहित चुका दिया था। मेरे पास सबूत के तौर पर बैंक स्टेटमेंट हैं। मैं कपंनी की शेयरधारक कभी रही ही नहीं। चूंकि मामला अदालत में है, इसलिए मैं इस पर टिप्पणी नहीं करूंगी। अदालत और कानून को अपना काम करने दें।
टीएमसी सुप्रीमों ने टिप्पणी से की इनकार
टीएमसी सुप्रीमो और सीएम ममता बनर्जी ने मामले में किसी भी प्रकार की टिप्पणी करने से मना कर दिया है। उन्होंने कहा कि मुझे मामले की अधिक जानकारी नहीं है, इसलिए मैं टिप्पणी नहीं कर सकती। यह नुसरत का मामला है, वे हीं इस पर बात करेंगी।
एक दिन पहले वरिष्ठ नागरिकों ने की शिकायत, भाजपा नेता ने साधा निशाना
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, वारिष्ठ नागरिकों के एक समूह ने मंगलवार को ईडी से शिकायत की थी। उन्होंने शिकायत करते हुए कहा था कि रियल एस्टेट कंपनी ने न्यू टाउन इलाके में फ्लैट देने का वादा करके हमारे साथ धोखाधड़ी की है। इस दौरान भाजपा नेता शंकुदेब पांडा भी शिकायतकर्ताओं के साथ थे। उन्होंने कहा कि अगर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू नहीं हुई तो विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। नुसरत जहां की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए पांडा ने बताया कि मामले की गहन जांच होनी चाहिए।