नई दिल्ली । दिल्ली सेवा विधेयक लोकसभा में पास हो चुका है। बिल पर चर्चा के दौरान अमित शाह ने विपक्ष पर हमला बोला तो विपक्ष ने सदन से वॉकआउट कर दिया। इस बीच, चर्चा के दौरान केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी का एक बयान खूब चर्चा में रहा।
दरअसल, दिल्ली सेवा विधेयक पर जब चर्चा हो रही थी, तो मंत्री लेखी के बिल के पक्ष में बोलते ही हंगामा मच गया। इस पर मीनाक्षी लेखी ने विपक्ष को चेतावनी दी कि वे चुप्पी बनाए रखें, अन्यथा प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) आपके घरों तक पहुंच सकता है। लेखी ने एक विपक्षी सदस्य के जवाब में कहा, एक मिनट, एक मिनट। शांत रहो, तुम्हारे घर ईडी ना आ जाए। आप बहुत ज्यादा ही शोर मचा रहे हैं।
विपक्ष भड़का
लेखी के बयान के बाद विपक्ष ने काफी नाराजगी जाहिर की। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के प्रवक्ता क्लाइड क्रैस्टो ने कहा कि लोकसभा में लेखी की “भड़काऊ धमकी” ने विपक्ष के आरोपों को साबित कर दिया कि सरकार केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है। उन्होंने ट्वीट किया, लोकसभा में गरमा-गरम माहौल में मीनाक्षी लेखी द्वारा दी गई यह धमकी यह साबित करती है कि कई लोग कहते रहे हैं, केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग…।
कांग्रेस ने बोला हमला
मीनाक्षी लेखी के बयान पर भारतीय युवा कांग्रेस के अध्यक्ष श्रीनिवास बीवी ने सवाल किया कि क्या लोकसभा में लेखी की टिप्पणी एक “चेतावनी” या “धमकी” थी। उन्होंने ट्वीट किया, “क्या यह चेतावनी है या धमकी?”
टीएमसी बोली- ये खुलेआम धमकी
तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के प्रवक्ता साकेत गोखले ने संसद में लेखी की ईडी टिप्पणियों को चौंकाने वाला बताया। उन्होंने कहा कि मंत्री अब विपक्षी नेताओं के खिलाफ ईडी का इस्तेमाल करने की “खुलेआम धमकी” दे रहे हैं।