चंडीगढ़ : नूंह में सांप्रदायिक हिंसा के बाद रोहिंग्याओं की अवैध बस्तियों पर जिला प्रशासन का बुलडोजर चला है और 250 से ज्यादा झुग्गियों को ध्वस्त कर दिया गया है। इन रोहिंग्याओं के हिंसा में शामिल होने की जानकारी सामने आई हैं। नूंह हिंसा की गाज पुलिस अधीक्षक (एसपी) वरुण सिंगला व डीसी प्रशांत पंवार पर गिरी है। दोनों का तबादला कर दिया गया। नरेंद्र बिजारनिया को एसपी और धीरेंद्र खडगटा को उपायुक्त बनाया गया है। ये दोनों पहले भी नूंह में रह चुके हैं।
नल्हड मंदिर की तरफ जाने वाले रोड पर शुक्रवार की शाम करीब 25 अवैध निर्माणों पर बुलडोजर चला। नल्हड शिव मंदिर के पीछे वन विभाग की लगभग पांच एकड़ भूमि पर अतिक्रमण किया गया था। इससे पहले, गुरुवार को तावडू नगर की मोहम्मदपुर रोड पर पुन्हाना में वन विभाग की छह एकड़ जमीन पर अवैध रूप से बनी झुग्गियों और मकान को गिरा दिया गया था। ये बस्ती बांग्लादेश से आए रोहिंग्याओं की थी। नगीना के धोबी घाट क्षेत्र में भी तोड़फोड़ दस्ते ने लगभग एक एकड़ भूमि को खाली कराया। इसी प्रकार गांव नांगल मुबारिकपुर में दो एकड़ भूमि पर बने शेड तोड़ा गया है। जिले भर में की गई इस कार्रवाई में 250 से ज्यादा झुग्गियां और अन्य निर्माणों को ढहाया गया है।
आईएएस खडगटा वर्तमान में पर्यावरण, वन और वन्यजीव विभाग के विशेष सचिव और रोहतक के प्रशासक थे। उनको नूंह के उपायुक्त और मेवात विकास एजेंसी के सीईओ के पद पर तैनात किया गया है। वह पर्यावरण, वन एवं वन्यजीव विभाग के विशेष सचिव का कार्यभार भी संभालेंगे। प्रशांत पंवार का तबादला मत्स्य पालन विभाग में विशेष सचिव के पद पर किया गया है। उनके पास रोहतक नगर निगम व एचएसवीपी का प्रभार भी रहेगा। जिस समय सांप्रदायिक हिंसा भड़की थी, एसपी वरुण सिंगला छुट्टी पर चल रहे थे। गुरुवार को वह छुट्टी से लौटे थे। उनके छुट्टी के दौरान भिवानी के एसपी आईपीएस नरेंद्र बिजारनिया के पास नूंह का अतिरिक्त प्रभार था। अब बिजारनिया को ही नूंह का एसपी बना दिया गया है।
102 एफआईआर दर्ज, 202 गिरफ्तार
राज्य के गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि हिंसा के संबंध में अब तक 102 एफआईआर दर्ज की गई है, जिनमें आधी से ज्यादा अकेले नूंह में ही हैं। अब तक 202 लोगों को गिरफ्तार किया गया है व 80 लोगों को हिरासत में लिया गया है। पुलिस ने सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट करने वालों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है। शनिवार को सात एफआईआर दर्ज की गई हैं। भड़काऊ पोस्ट के 2300 वीडियो की जांच चल रही है। नूंह में साइबर थाने पर हमले के बारे में उन्होंने कहा कि हमने इस घटना को बहुत गंभीरता से लिया है। इस बात की जांच चल रही है कि किन लोगों ने थाने पर हमला किया और वे क्या दस्तावेज नष्ट करना चाहते थे।