दुर्ग : दुर्ग जिले में बागडूमर ग्राम पंचायत के पंच सुखीराम रावत ने सरपंच और सचिव की प्रताड़ना से तंग आकर खुदकुशी कर ली है। पंच एक दिन पहले SDM कार्यालय पेशी के लिए गया था। अगले दिन सुबह उसकी लाश परिसर में फंदे पर लटकी हुई मिली है।
वहीं, मृतक की जेब से एक सुसाइड नोट भी मिला है। जिसे पुलिस ने बरामद कर लिया है। उसमें उसने सरपंच और सचिव को खुदकुशी के लिए जिम्मेदार बताया है। मामला भिलाई थाना क्षेत्र का है।
सुखीराम ने सुसाइड नोट एसडीएम जागेश कौशल के नाम लिखा है। उसमें जिक्र है-सरपंच मदनलाल जांगड़े और सचिव रेखा मालवीय उसे मानसिक रूप से प्रताड़ित करते थे। जब से वो पंच बना है। उसके परिवार और वार्ड 13 के सभी लोग परेशान हैं।सरपंच और सचिव के द्वारा राशन कार्ड बनाने के नाम पर 2 हजार रुपए, बिजली फार्म में साइन करने के लिए 2 हजार, जाति और निवासी प्रमाण पत्र में साइन करने के लिए 2 हजार रुपए लिए जा रहे हैं। विरोध करने पर उसका घर तोड़ने की धमकी देते हैं।
इतना ही नहीं उन्होंने उसे 20 जुलाई 2022, 25 जुलाई 2022 और 1 अगस्त 2022 को तीन बार नोटिस भी दिया था। तब से लेकर लगातार उनके द्वारा धमकी दी जा रही है। उन्होंने उसे आत्महत्या करने के लिए मजबूर कर दिया है। पंच ने एसडीएम से अंतिम प्रार्थना की है कि वो उन्हें उनके पद से हटा दें।
कई पंचों ने की थी सरपंच के खिलाफ शिकायत
एसडीएम कौशल कुमार ने बताया कि गांव के कई पंचों ने मिलकर सरपंच के खिलाफ शिकायत की थी। इसे लेकर उन्होंने उसके खिलाफ जांच भी बैठाई है। उसी जांच के लिए पंच गुरुवार को उनके कार्यालय में पेशी के लिए आया था। उन्होंने ऐसा क्यों किया किसी मजबूरी में किया, उन्हें इसकी जानकारी नहीं है। एसडीएम का कहना है कि जांच भी लगभग पूरी हो गई है।
दो सालों से चल रहा है विवाद
ग्राम पंचायत के एक पंच ने बताया की दो सालों से पंचों और सरपंच के बीच विवाद चल रहा है। सरपंच दबंगई करते हुए अवैध मुरूम की खुदाई कराने से लेकर राशन कार्ड से हितग्राहियों का नाम काटने जैसे काम कर रहा था। मामले की जांच पिछले दो सालों से चल रही है। बार-बार पेशी में जाने और निर्णय न आने से परेशान होकर सुखीराम ने खुदकुशी की है।
एसडीएम से लगाई थी न्याय की गुहार
उधर, गांव के ही एक दूसरे पंच गोवर्धन कुमार टंडन ने बताया कि उसके सहित सभी पंच गुरुवार को भिलाई तीन स्थित एसडीएम कार्यालय गए थे। वो लोग वहां एसडीएम कौशल से मिले और न्याय की गुहार लगाई थी।
एसडीएम ने बोला कि अगली पेशी में निर्णय हो जाएगा। क्या निर्णय आएगा, उन्होंने कुछ बताया नहीं। सुखीराम ने पहले से ही खुदकुशी करने का मन बनाया हुआ था। किसी को बिना कुछ बताए ही वो घर से रस्सी लेकर आया था। अगले दिन उसका शव फंदे पर झूलता मिला है।