छत्तीसगढ़

भाजपा प्रमुख बोले- कुशासन की वजह से पिछड़ रहा पश्चिम बंगाल, राज्य में अब जंगलराज; TMC ने किया पलटवार

कोलकाता : भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने रविवार को कहा कि कभी देश के पुनर्जागरण का उद्गम स्थल रहा पश्चिम बंगाल अब तृणमूल कांग्रेस के कुशासन के कारण पिछड़ रहा है। उन्होंने राज्य की ममता बनर्जी सरकार पर ‘जंगल राज’ स्थापित करने का आरोप लगाया और कहा कि उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर लोकतंत्र के चैंपियन की तरह व्यवहार करना बंद कर देना चाहिए।

पार्टी के एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, ‘पश्चिम बंगाल कभी पूरे देश के पुनर्जागरण का उद्गम स्थल था। यह बंगाल ही था जिसने पूरे देश को रास्ता दिखाया। लेकिन पिछले कुछ दशकों में बंगाल पिछड़ता जा रहा है। वाम शासन और फिर तृणमूल कांग्रेस के वर्षों के कुशासन के बाद बंगाल अब महिलाओं के खिलाफ अपराध, भ्रष्टाचार और बेरोजगारी के मामले में शीर्ष पर है।’

नड्डा ने कहा, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश को आगे ले जा रहे हैं और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी राज्य को पीछे ले जा रही हैं। तृणमूल कांग्रेस के कुशासन के कारण बंगाल कई साल पिछड़ गया है।’ उन्होंने कहा कि तृणमूल कांग्रेस के शासन में राज्य में ‘जंगल राज’ चल रहा है।

भाजपा नेता ने आगे कहा,’लोगों को बोलने की अनुमति नहीं है। बंगाल में लोकतंत्र नाम की कोई चीज नहीं है। पूरी तरह से अराजकता चल रही है। लेकिन मुख्यमंत्री ममता बनर्जी देश में लोकतंत्र की बात करती हैं और ऐसे बात कर रही हैं जैसे वह लोकतंत्र की चैंपियन हों। उन्हें पहले अपने गिरेबां में झांकना चाहिए क्योंकि राज्य में पूरी तरह से अराजकता और जंगलराज पर हावी हैं।’

भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने वंशवाद की राजनीति करने वाले राजनीतिक दलों का मजाक उड़ाया और कहा कि वंशवाद की राजनीति लोकतंत्र के लिए अभिशाप है। उन्होंने कहा,’हम क्षेत्रीय दलों से लड़ रहे हैं, जो वंशवादी संगठनों में बदल गए हैं। इन दलों के पास न तो कोई सिद्धांत है और न ही नीतियां।’ उन्होंने कहा,’चाहे वह जम्मू-कश्मीर हो, जहां जेकेएनसी और पीडीपी है या उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक और पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों में… हर जगह आपको वंशवाद देखने को मिलेगा।’ उन्होंने कहा कि इन क्षेत्रीय संगठनों में ‘सिद्धांतों’ की कमी है।’

सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस को लेकर नड्डा ने कहा कि यह ‘पिसी-भाइपो’ (बुआ-भतीजा) की पार्टी है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नेतृत्व क्षमता की सराहना करते हुए कहा, ‘उन्होंने पिछले नौ वर्षों में भारत के लिए विकास की एक नई कहानी लिखी है।’

वहीं, नड्डा की टिप्पणी पर तृणमूल कांग्रेस ने तीखी प्रतिक्रिया देते कहा कि भाजपा वंशवाद की राजनीति का उद्गम स्थल बन गई है। टीएमसी ने इससे पहले ट्विटर पर एक पोस्ट में कहा, ‘जेपी नड्डा विपक्षी दलों के खिलाफ वंशवादी राजनीति का हौव्वा खड़ा कर रहे हैं, लेकिन भाजपा पाखंड का स्मारक है, जो अपने ही आंगन में वंशवादी नेताओं की एक फसल को पोषित कर रहा है।’  उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल में 15 मंत्री हैं जो वंशवादी राजनीति की उपज हैं। भाजपा के 395 सांसदों (लोकसभा और राज्यसभा सहित) में से लगभग 12 फीसदी वंशवादी हैं। अब समय आ गया है कि धार्मिकता का यह मुखौटा उतारा जाए।’

बंगाल के पिछड़ने के नड्डा के दावे पर प्रतिक्रिया देते हुए टीएमसी ने कहा कि ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली तृणमूल कांग्रेस सरकार ने बंगाल में विकास के एक नए युग की शुरुआत की है। उन्होंने कहा, जेपी नड्डा के भ्रामक दावों के विपरीत मुख्यमंत्री बनर्जी के नेतृत्व ने बंगाल को एक समृद्ध युग में प्रवेश कराया है।  022-23 (अप्रैल-नवंबर) के दौरान पश्चिम बंगाल के औद्योगिक उत्पादन सूचकांक की वृद्धि 7.8 फीसदी थी। उत्कर्ष बांग्ला, कन्याश्री प्रकल्प और सबूज साथी जैसी योजनाओं को अंतरराष्ट्रीय पहचान मिली है। नड्डा जी, झूठी सूचना प्रसारित करने से सच्चाई नहीं बदलेगी। बंगाल का उत्थान जारी है!’