छत्तीसगढ़

कांग्रेस की मानसिकता समझी जा सकती है, खरगे के लाल किले न पहुंचने पर अनुराग ठाकुर ने और क्या कुछ बोला?

नईदिल्ली : स्वतंत्रता दिवस पर 15 अगस्त को लाल किले पर आयोजित कार्यक्रम में कांग्रेस अध्यक्ष और राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे की गैरमौजूदगी ने कई सवाल खड़े कर दिए. केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि प्रमुख विपक्षी दल के नेता अगर स्वतंत्रता दिवस पर नहीं आते हैं तो इससे कांग्रेस की मानसिकता पता चलती है.

अनुराग ठाकुर ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के कार्यकाल में इमरजेंसी का भी जिक्र किया और कांग्रेस पर लोकतंत्र को कुचलने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि इन घटनाओं से पता चलता है कि कांग्रेसी जब में सत्ता थे तो क्या सोच थी और विपक्ष में हैं तो क्या सोच है.

और क्या बोले अनुराग ठाकुर
पत्रकारों से बात करते हुए हुए अनुराग ठाकुर ने कहा, ‘संवैधानिक संस्थाओं पर प्रहार करना, ये कांग्रेस की एक आदत बन गई है. इमरजेंसी लगाकर लोकतंत्र को कुचलना कांग्रेस ने करके दिखाया. कल देश की जनता को राक्षस कहकर कांग्रेस ने बता दिया कि लोकतंत्र में देश की जनता को कैसे देखते हैं.’

कांग्रेस की मानसिकता पर उठाए सवाल
केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘अब आजादी के इस 77वें स्वतंत्रता दिवस पर अगर देश के प्रमुख विपक्षी दल के नेता नहीं आते हैं, राज्यसभा में प्रमुख विपक्षी दल के नेता हैं, वह नहीं आते हैं तो आप कल्पना कर सकते हैं कि कांग्रेस की मानसिकता क्या है. जब वह सत्ता में थे तब उनकी सोच क्या थी. आज विपक्ष में बैठे हैं तो वैसे ही तड़प रहे हैं, जैसे बिना पानी के मछली तड़पती है.’

वहीं समारोह में शामिल नहीं होने पर मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि उन्हें आखों में कुछ समस्या है और उन्हें अपने आवास पर भी ध्वजारोहण करना था. इसके बाद कांग्रेस मुख्यालय में झंडा फहराना था. उन्होंने कहा कि सुरक्षा इतनी कड़ी होती है कि प्रधानमंत्री के निकलने से पहले किसी को जाने नहीं दिया जाता. अगर वहां जाते तो कार्यालय पर कार्यक्रम में शामिल नहीं हो पाते.