नई दिल्ली । टीम इंडिया के पूर्व हेड कोच रवि शास्त्री ने हाल ही में भारतीय टीम को वर्ल्ड कप 2023 में तीन बाएं हाथ के बल्लेबाजों को शामिल करने की सलाह दी थी। शास्त्री का कहना था कि टॉप सात में कम से कम तीन लेफ्ट हैंडर बैटर होने चाहिए। हालांकि, शास्त्री के इस सुझाव को गौतम गंभीर ने बकवास बताया है। गंभीर के अनुसार, बाएं-दाएं हाथ से फर्क नहीं पड़ता, बल्कि बल्लेबाज की फॉर्म सबसे ज्यादा मायने रखती है।
गौतम गंभीर ने स्टार स्पोर्ट्स के साथ बातचीत करते हुए कहा, “अगर तिलक वर्मा को चुना गया है, तो उनको जाहिर तौर पर कुछ मैच खेलने को मिलने चाहिए। अगर उनको मौके मिलते हैं और वह बाकी बल्लेबाजों के मुकाबले बेहतर प्रदर्शन करते हैं, तो उन्हें स्क्वॉड में जगह दी जानी चाहिए। जैसे मैं पहले भी कह चुका हूं कि फॉर्म महत्वपूर्ण है। टीम में तीन बाएं हाथ के बल्लेबाज होने चाहिए या फिर कौन बाएं हाथ का बैटर है और कौन दाएं का इस तरह की चर्चा किसी काम की नहीं है। हमको क्वालिटी पर ध्यान देना चाहिए। हमें यह नहीं देखना चाहिए कि टीम में कितने लेफ्ट हैंडर बैटर मौजूद हैं।”
गौतम गंभीर ने आगे कहा, “अगर बल्लेबाज अच्छा है, तो इस बात से फर्क नहीं पड़ता है कि वह बाएं हाथ या दाएं हाथ का बैटर है। हमको यह देखना चाहिए कि वह हर परिस्थिति और हर गेंदबाज के खिलाफ किस तरह से खेल रहा है। अगर तिलक वर्मा अच्छी फॉर्म में हैं, तो उनको सेलेक्ट कीजिए। अगर श्रेयस अय्यर और केएल राहुल बढ़िया फॉर्म में हैं, तो उनको मौका दीजिए। अगर कोई जरूरी नहीं है कि आपको स्क्वॉड में बाएं हाथ का बल्लेबाज ही चाहिए या फिर टीम में तीन बाएं हाथ के बैटर होने चाहिए।”
पूर्व सलामी बल्लेबाज ने कहा, “मुझे नहीं लगता है कि इस तरह कि बहस हमको शुरू करनी चाहिए। अगर हम बाएं हाथ के बल्लेबाज पर फोकस करेंगे, तो यशस्वी जायसवाल और बाकी बल्लेबाजों का क्या? आप काबिलियत देखते हैं ना कि उसकी संख्या।”