पलवल । पलवल के हसनपुर थाना में पति के खिलाफ शिकायत देने आई विवाहिता को थानेदार ने अपने साथियों के हवाले कर दिया। इसके बाद विवाहिता को बंधक बनाकर सामूहिक दुष्कर्म किया गया और उसे बेच दिया गया I पीड़िता ने यह भी आरोप लगाया है कि आरोपित से थानेदार ने कार्रवाई ना करने की एवज में एक लाख रुपये भी लिए। महिला थाना पुलिस ने पीड़िता की शिकायत पर थानेदार व एक महिला सहित सात के खिलाफ विभिन्न धाराओं में केस दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है।
महिला थाना प्रभारी सुशीला देवी के अनुसार मामले में हसनपुर थाना क्षेत्र के एक गांव की रहने वाली विवाहिता ने शिकायत की है कि उसका अपने पति से मनमुटाव हो गया था। इसकी शिकायत देने वह बीती 27 जुलाई को हसनपुर थाने आई थी। थाने में उसे थानेदार शिवचरण मिला, जिसने उसकी शिकायत लेने से मना कर दिया।
थानेदार ने उसे जबरन बल्ली नामक व्यक्ति के साथ भेज दिया। बल्ली उसे खेतों में बने कोठरे में ले गया, जहां पहले से निरंजन व भीम नामक व्यक्ति बैठे हुए मिले। तीनों ने उसे जान से मारने की धमकी देकर सामूहिक दुष्कर्म किया और उसकी अश्लील वीडियो बनाकर फोटो भी खींच लिए।
वीडियो व फोटो को प्रसारित करने की धमकी देकर तीनों उसे पलवल में शांति नामक महिला के मकान पर ले गए, जहां रात भर रखा और नशीली दवाई देकर उसके साथ रात में सामूहिक दुष्कर्म किया। जिसके बाद शांति व तीनों ने षडयंत्र के तहत उसे बिजेंद्र नामक व्यक्ति को बेच दिया।
बिजेंद्र ने भी उसके साथ दुष्कर्म किया और फिर अपने साले गजेंद्र के पास छोड़ आया। गजेंद्र ने भी उसके साथ दुष्कर्म किया। जिसके बाद थानेदार शिवचरण की मौजूदगी में उससे जबरन खाली कागजों पर हस्ताक्षर व अंगूठा करा लिए। इसकी एवज में बिजेंद्र ने थानेदार को एक लाख रुपये दिए। रुपये लेने के बाद थानेदार ने कहा कि वह इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं होने देगा और पीड़िता को वहीं बंधक बनाकर रखा।
30 अगस्त को पीड़िता के हाथ गजेंद्र का फोन लग गया तो उसने 112 नंबर पर पुलिस, अपने पति व मां को फोन पर इसकी सूचना दे दी। पुलिस गजेंद्र के घर आई और उसे थाने ले गई, थाने से पुलिस ने उसे उसके पति व मां के साथ भेज दिया। पीड़िता ने आपबीती अपने पति को बताई,जिसके बाद महिला थाने में शिकायत दी गई। महिला थाना प्रभारी सुशीला देवी के अनुसार मामले में पुलिस ने पीड़िता की शिकायत पर एएसआई शिवचरण व एक महिला सहित सात के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है।