बाराबंकी : मसौली थाना क्षेत्र में बाराबंकी-बहराइच नेशनल हाईवे पर बुधवार रात करीब साढ़े नौ बजे सड़क किनारे खड़ी सरिया लदी डीसीएम में पीछे से आई बेकाबू बस घुस गई। इस भीषण हादसे में बस के परखचे उड़ गए और सरिया भी बसों की खिड़की तोड़ यात्रियों के शरीर में घुस गए। एक घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद बस में फंसे दो शवों व सात घायलों को निकाला गया।
पुलिस के अनुसार बाराबंकी-बहराइच हाईवे पर मसौली थाना क्षेत्र में बिंदौरा गांव के पास डीसीएम संख्या यूपी 78 जीटी 6003 पंचर होने के बाद सड़क किनारे खड़ी थी। इस दौरान बाराबंकी की ओर से सवारी लेकर गोंडा जा रही करनैलगंज के शुक्ला बस सर्विस की तेज रफ्तार निजी बस संख्या यूपी 43-7025 पीछे से डीसीएम में पीछे से घुस गई। डीसीएम में लदी सैकड़ों सरिया बाहर की ओर निकली थी। टक्कर इतनी तेज थी कि डीसीएम की सरिया बस को चीरती हुई अंदर घुस गईं। बताया जाता है कि उस समय बस में करीब 10 यात्री थे। पुलिस मौके पर पहुंची तो देखा कि पूरा हाईवे जाम था। पुलिस ने करीब एक घंटे की कड़ी मशक्कत कर सरिया के बीच फंसे दो शव निकलवाए जबकि एक को तुरंत एंबुलेंस से केजीएमयू भेज दिया गया। छह अन्य घायलों को बड़ागांव सीएचसी भेजवाया गया।
मृतकों में एक की पहचान बस के परिचालक गोंडा जिले के करनैलगंज थाने के कंजेमऊ निवासी अवधराज शुक्ल (44) के रूप में हुई। दूसरे मृतक की पहचान देर रात तक नहीं सकी। जिले के ही रामनगर थाना क्षेत्र के पिपरीपांव निवासी सुनील वर्मा (45), बरियारपुर गांव निवासी खादिम (55), शाकिर (32), लखरौरा गांव निवासी रिषभ (35), बदोसराय थाना क्षेत्र के मरकामऊ गांव निवासी जुनैद (30) गंभीर रूप से घायल हैं। इनमें सुनील वर्मा को लखनऊ रेफर किया गया है। मसौली के थाना प्रभारी अभिषेक तिवारी ने बतााया कि केस दर्ज किया जा रहा है।
सड़क हादसे की सूचना पाकर पुलिसकर्मी पहुंचे तो कुछ देर समझ में ही नहीं आया कि क्या करें। डीसीएम की सरिया लोगों को चीरती हुई बस के अंदर घुसी थी। चालक को होश तो था मगर वह भी घायल था। भारी मशक्कत के बाद भी अंदर फंसे लोग नहीं निकल पाए तो जेसीबी बुलाकर बस को कटवाना पड़ गया। इस दौरान करीब दो घंटे तक बाराबंकी-बहराइच हाईवे पर यातायात ठप रहा व जाम की हालात बने रहे। डीसीएम में गैरकानूनी तरीके से सरिया लदी थी जबकि बस भी डग्गामार है।
गोंडा जिले के करनैलगंज के शुक्ला बस सर्विस की निजी बस लखनऊ से गोंडा के बीच सवारी ढोती है। बस करीब 35 से अधिक सवारियों को लेकर लखनऊ से निकली थी। पुलिस के अनुसार बाराबंकी से बस गोंडा की ओर चली तो बस में करीब 15 यात्री थे। यात्रियों को यह नहीं पता चल पाया कि डीसीएम चल रही थी कि सड़क किनारे खड़ी थी। घायल जुनेद के अनुसार अचानक मानो विस्फोट हो गया हो। डीसीएम से निकली सरिया बस के बायें हिस्से को चीरते हुए आगे बैठो लोगों के शरीर में धंस गई। ड्राइवर की सीट और दाहिने तरफ का हिस्सा सुरक्षित होने के कारण अन्य यात्री हल्की-हल्की चोट खाकर बच गए। इन लोगाें ने बस चालक की पिटाई कीजिसे पुलिस ने अस्पताल भेजवाया। एसपी दिनेश कुमार सिंह ने बताया कि बस में 15 यात्री सवार होने की बात कही जा रही है।
बस सीएचसी बड़ागांव लाए गए बस के घायल चालक करनैलगंज निवासी घनश्याम ने बताया कि डीसीएम खड़ी नहीं थी बल्कि सामने जा रही थी। अचानक ब्रेक लेने से बस डीसीएम में जा घुसी। हालांकि स्थानीय ग्रामीणों का कहना था कि डीसीएम शाम पांच बजे से खड़ी थी। एसपी ने बताया कि चलती डीसीएम में बस पीछे से टकराई। डीसीएम में ब्रेक अचानक क्यों लगे, इसकी जांच की जा रही है।