छत्तीसगढ़

दस्तावेजों की जांच में ED को मिली चौंकाने वाली जानकारी, अब होगी बड़ी कार्रवाई!

प्रयागराज । माफिया अतीक अहमद ने राजमिस्त्री ही नहीं बल्कि अपने कई रिश्तेदार, गुर्गे और बिल्डर के नाम पर भी बेनामी संपत्ति बनाई है। दस्तावेजों की जांच में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को अवैध संपत्ति से जुड़ी चौंकाने वाली जानकारी मिली है। अब भौतिक सत्यापन और अभिलेखीय साक्ष्य के आधार पर अटैचमेंट की कार्रवाई की किए जाने की बात कही जा रही है।

ईडी सूत्रों का कहना है कि अतीक के करीबियों के ठिकानों पर छापेमारी के दौरान जमीन संबंधी कई दस्तावेज, सेल डीड और कागजात जब्त किए गए थे। डिजिटल उपकरण को भी कब्जे में लिया गया था। दस्तावेजों की जांच से साफ हुआ है कि माफिया अपने प्रभाव का इस्तेमाल करके कई लोगों को फायदा पहुंचाता था। खासकर रियल एस्टेट से जुड़े लोगों को सस्ते दाम पर और विवादित जमीन दिलवाकर कमीशन लेता था। इसके बाद उसी पैसे से अलग-अलग लोगों के नाम पर करोड़ों रुपये की जमीन खरीदता था।

सूत्रों का यह भी कहना है कि अतीक के राजदार वकील खान शौलत हनीफ, रिश्तेदार बिल्डर खालिद जफर, सहयोगी अतुल द्विवेदी, वदूद अहमद और काली समेत कई अन्य नाम पर बेनामी संपत्ति होने की बात सामने आई है, जिसको लेकर मनी ट्रेल स्थापित किया जा रहा है।

खंगाला जा रहा बैंक ट्रांजेक्‍शन

बैंक ट्रांजेक्शन को खंगाला जा रहा है और इनकम टैक्स सहित कई विभागों से जानकारी मांगी गई है। इसके बाद आगे की कार्रवाई होगी। जल्द ही लखनऊ से एक टीम के आने और छानबीन करने की बात भी कही गई है। मनी लांड्रिंग के केस में माफिया के करीबी बिल्डर, कारोबारी समेत कई ठिकानों पर ईडी ने छापेमारी करते हुए नकदी, दस्तावेज, आभूषण जब्त किया था।

अशरफ की ली थी जमानत

अतीक, अशरफ और उसके गुर्गों की जमानत लेने वालों का पुलिस की ओर से सत्यापन किया गया है। इसमें पता चला है कि अपहरण के मुकदमे में अशरफ की जमानत खालिद जफर और अतुल की पत्नी ने लिया था। कई ऐसे भी शख्स हैं, जो बार-बार जमानत लेते रहे हैं।