छत्तीसगढ़

अनंतनाग में कर्नल-मेजर और डीएसपी शहीद, कल रात से जारी आतंकियों के साथ मुठभेड़

जम्मू : जम्मू और कश्मीर के अनंतनाग में आतंकियों के साथ मुठभेड़ में देश को बड़ा नुकसान हुआ है. इस मुठभेड़ में कर्नल, मेजर और डीएसपी सहित तीन अधिकारी शहीद हो गए हैं. कर्नल का नाम मनप्रीत सिंह है. 19 राष्ट्रीय राइफल्स में उनकी तैनाती थी और वह कमांडिंग ऑफिसर थे. 2020 के बाद से जम्मू और कश्मीर में ये पहली घटना है जिसमें किसी कमांडिंग ऑफिसर की जान गई है.

बता दें कि अनंतनाग जिले के कोकेरनाग क्षेत्र में मुठभेड़ हुई. पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि गाडोले इलाके में छिपे आतंकवादियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ बुधवार सुबह शुरू हुई, उन्होंने बताया कि आतंकवादियों और सुरक्षाबलों के बीच शुरुआती गोलीबारी में कर्नल और पुलिस अधिकारी गंभीर रूप से घायल हो गए. वहीं, शाम तक जारी मुठभेड़ में तीन अधिकारी शहीद हो गए हैं.

इससे पहले कश्मीर जोन पुलिस ने सोशल मीडिया मंच एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर अपने एक पोस्ट में कहा कि अनंतनाग के कोकेरनाग इलाके में मुठभेड़ शुरू हुई है. सेना और जम्मू कश्मीर पुलिस के अधिकारी घायल हो गए हैं. सेना के मुताबिक, आतंकवादियों की मौजूदगी की जानकारी के आधार पर 12-13 सितंबर की मध्यरात्रि को सेना और जम्मू कश्मीर पुलिस द्वारा एक संयुक्त अभियान शुरू किया गया.

राजौरी में भी एनकाउंटर

इससे पहले राजौरी के दूरदराज नारला क्षेत्र में मंगलवार दोपहर को आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ हुई थी, जो आज भी जारी रही. मुठभेड़ में अब तक दो आतंकवादी मारे गए हैं. इस मुठभेड़ में सेना का एक जवान और खोजी कुत्ता शहीद हो गया. इसके अलावा पुलिस के तीन अधिकारी भी घायल हुए. बता दें कि सुरक्षाबलों ने आतंकियो को चुन-चुन कर मारने के लिए सुरक्षा को बढ़ा दिया है और उनकी तलाशी के लिए सर्च ऑपरेशन चलाया हुआ था.

भारतीय सेना की तरफ से अब तक 45 दिन में 20 आतंकियों को राजौरी, पुंछ इलाके में ढेर किया गया है. ज्यादातर आतंकी पाकिस्तानी मूल के थे. इन आतंकियों के पास से भारी मात्रा में हथियार और गोला बारूद बरामद किया गया. राजौरी में जो आतंकियों के साथ मुठभेड़ हुई उसमें भारतीय सेना की एक साइलेंट वारियर केंट भी शहीद हो गई. केंट ने अब तक सेना के 8 ऑपरेशन में हिस्सा लिया था.