नई दिल्ली : संसद के विशेष सत्र का आज दूसरा दिन है। आज एक एतिहासिक दिन भी है क्योंकि पहली बार देश के नए संसद भवन में कार्यवाही की शुरुआत होगी। इसी बीच इस विशेष सत्र में कई खास बिल भी पारित किए जाने की उम्मीद है। महिला आरक्षण बिल को लेकर काफी चर्चा हो रही है।
इसी बीच मंगलवार को कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी जब संसद भवन पहुंची तो संवाददाताओं ने उनसे महिला आरक्षण बिल को लेकर सवाल पूछा। इस सवाल पर उन्होंने जवाब देते हुए कहा,”‘यह हमारा है, अपना है।’
बिल पारित होने से क्या होगा?
पूरी संभावना जताई जा रही है कि नए संसद भवन से सबसे पहले आधी आबादी की राजनीतिक हिस्सेदारी तय करने वाले इस विधेयक को हरी झंडी देकर ऐतिहासिक संदेश देने की कोशिश हो। बताया जाता है कि सोमवार को प्रधानमंत्री मोदी की मौजूदगी में संपन्न हुई कैबिनेट बैठक में इसे मंजूरी दे दी गई। इस आरक्षण के जरिये संसद और विधानसभाओं में महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण मिलेगा।
राज्यसभा से मिल चुकी है हरी झंडी
महिला आरक्षण बिल पिछले 27 सालों से संसद में लंबित है। बता दें कि साल 2010 में ये बिल राज्यसभा में पारित हो गया, लेकिन लोकसभा में ये बिल लटक गया। जिसके बाद से ही इस महिला को मंजूरी दिलाए जाने की मांग उठती रही है। बताते चलें कि साल 1996 में पहली बार महिला आरक्षण विधेयक को संसद में पेश किया गया था। साल 1996 में एचडी देवगौड़ा की सरकार थी।