नई दिल्ली :आईसीसी वनडे विश्व कप के आगाज में अब 16 दिन का समय रह गया है। सभी टीमों ने इस टूर्नामेंट के लिए अपनी कमर कस ली है। इस मेगा इवेंट का फैंस को काफी बेसब्री से इंतजार हैं। 12 साल बाद वनडे विश्व कप का आयोजन भारत की मेजबानी में होना है। टीम इंडिया के पास इस साल अपने आईसीसी ट्रॉफी के सूखे को खत्म करने का बेहतरीन मौका है।
बता दें कि पहला मैच इंग्लैंड और न्यूजीलैंड के बीच 5 अक्टूबर को खेला जाएगा। भारतीय टीम अपने अभियान का आगाज 8 अक्टूबर से ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मैच खेलकर करेगी।
हर टीम की कोशिश होगी कि वह विश्व कप की ट्रॉफी उठाए। 19 नवंबर को विजेता टीम का नाम पूरी दुनिया को पता चल जाएगा, लेकिन इस टूर्नामेंट में टीमों को जो ट्रॉफी दी जाती है, इसको कैसे, कब और किसने डिजाइन किया था। ये बहुत ही कम लोगों को पता है। ऐसे में इस मेगा इवेंट से पहले आपको विस्तार से बताते है किसने बनाई थी विश्व कप पहली ट्रॉफी।
दरअसल, विश्व कप का आयोजन साल 1975 से किया जा रहा है। वेस्टइंडीज ने विश्व कप के पहले सीजन में ऑस्ट्रेलिया को 17 रन से हराकर पहली बार वर्ल्ड चैंपियन बनकर इतिहास में अपना नाम दर्ज कराया था। बता दें कि आईसीसी विश्व कप की पहली ट्रॉफी लंदने में गैरार्ड एंड कंपनी के कारीगरों की टीम ने डिजाइन की थी।
ये आईसीसी क्रिकेट विश्व कप ट्रॉफी विश्व कप के विजेताओं को दी जाती है। इस समय जो ट्रॉफी है वह 1999 चैंपियनशिप के लिए बनाई गई थी और यह टूर्नामेंट के इतिहास में पहला स्थायी पुरस्कार था। इससे पहले हर विश्व कप के लिए अलग-अलग ट्रॉफियां बनाई जाती थी।
विश्व कप की ट्रॉफी का कितना है वजन?
विश्व कप की ट्रॉफी को सोने और चांदी से बनाया जाता है। एक सोने की गेंद तीन चांदी के कॉलम्स के ऊपर रखी होती है। इस ट्रॉफी का वजन करीब 11 किलो है और ऊंचाई 60 सेंटीमीटर है। ट्रॉफी को बनाने में 60 दिनों की मेहनत लगती है। ट्रॉफी का हर हिस्सा कारीगर बनाते हैं।
विजेती टीम को नहीं दी जाती है असली ट्रॉफी
बता दें कि विश्व कप जीतने वाली टीम को असली ट्रॉफी नहीं दी जाती है। दरअसल, उस ट्रॉफी की एक कॉपी ट्रॉफी टीम को दी जाती है। विश्व कप की असली ट्रॉफी आईसीसी अपने पास संभालकर रखती हैं।
शुरुआती तीन सीजन में ट्रॉफी के डिजाइन में नहीं हुआ था बदलाव
विश्व कप के शुरुआती तीन विश्व कप (1975, 1979, 1983) में विजेता टीम को एक ही तरह से डिजाइन की गई ट्रॉफी दी गई थी। इन तीनों ही विश्व कप में मुख्य स्पॉन्सर प्रूडेंशियल पीएलसी थे, जिसकी वजह से किसी तरह से डिजाइन में बदलाव नहीं हुआ।
इसके बाद आईसीसी ने 1999 के बाद ये फैसला लिया कि वह अब विजेता टीम को अपनी ट्रॉफी ही देगा। ऑस्ट्रेलिया को 1999 विश्व में पहली बार आईसीसी ने ट्रॉफी दी थी और तब से ये सिलसिला चला आ रहा है।