छत्तीसगढ़

भारत-कनाडा विवाद: शशि थरूर ने रिपोर्टिंग को लेकर पश्चिमी मीडिया पर साधा निशाना, कही यह बात

नईदिल्ली : भारत और कनाडा के बीच राजनयिक विवाद पर बीबीसी की एक रिपोर्ट को लेकर कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने पश्चिमी मीडिया पर निशाना साधा। थरूर ने सोशल मीडिया एक्स पर रिपोर्ट का लिंक साझा करते हुए लिखा, पश्चिमी मीडिया द्वारा नियमित रूप से लगाए जाने वाले आक्षेपों से मुझे कभी हैरानी नहीं हुई। वे दूसरे देशों का आकलन करने में बहुत तेजी दिखाते हैं, जबकि अपने देश के प्रति आंखें मूंद लेते हैं। बीबीसी का यह विश्लेषण कहता है कि पश्चिमी देशों ने रूस या ईरान या सऊदी अरब जैसे देशों द्वारा दूसरों की सीमा में की गई कथित हत्याओं की निंदा की है। वे नहीं चाहते कि भारत उस सूची में शामिल हो।

थरूर ने पश्चिम मीडिया को संबोधित करते हुए आगे लिखा, पिछले 25 वर्षों में इस्राइल और अमेरिका ने दूसरे देशों में सबसे ज्यादा हत्याओं को अंजाम दिया है। क्या पश्चिमी मीडिया अपनी गिरेबान में झांकेगा।

दरअसल, खालिस्तानी अलगावादी हरदीप सिंह निज्जर हत्याकांड को लेकर भारत और कनाडा के बीच विवाद पर अमेरिका समेत पश्चिम देश नपातुला बयान दे रहे हैं। पश्चिमी मीडिया में दावा किया गया है कि पश्चिमी देशों के मंत्री और अधिकारी यह सुनिश्चित करने के लिए कड़ी मेहनत करेंगे कि कनाडा और भारत के बीच राजनयिक विवाद का असर अन्य अंतरराष्ट्रीय संबंधों पर न पड़े। अमेरिका और अन्य पश्चिमी देश भारत की भू-राजनीतिक बिसात को समझते हैं।

मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि पश्चिम देशों ने विवाद से बचकर भारत के साथ अपने संबंधों को बचाने का विकल्प चुना है। साथ ही पश्चिमी देशों के राजनयिकों के बीच इस बात का भी डर होगा कि कनाडा-भारत विवाद में दूसरे देशों ने पक्ष लेना शुरू कर दिया है। बता दें, इस सप्ताह कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने खालिस्तानी अलगाववादी निज्जर की हत्या के पीछे भारत की संलिप्तता का आरोप लगाया था। हालांकि, भारत ने ट्रूडो के आरोपों के बेबुनियाद बताया था। इसी साल जून में पश्चिमी कनाडा में निज्जर की हत्या कर दी गई थी।

शिवसेना (यूबीटी) सांसद की प्रियंका चतुर्वेदी ने बुधवार को कहा कि भारत सरकार के खिलाफ कनाडा के प्रधानमंत्री का आरोप बेबुनियाद और दुर्भाग्यपूर्ण रूप से तनाव बढ़ाने वाला है। यह अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा और प्रतिबद्धता सुनिश्चित करने की भावना के खिलाफ है।