नईदिल्ली : भारतीय टेनिस खिलाड़ी सुमित नागल ने खुद इस बात का खुलासा किया है कि वह आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं. देश के नंबर-1 टेनिस खिलाड़ी ने सुमित ने एटीपी टूर खेलने के लिए 1 करोड़ रुपए की व्यवस्था की थी, लेकिन अब उनके बैंक खाते में करीब 80,000 रुपए ही शेष बचे हैं. सुमित को इस साल की शुरुआत में उनके मित्र सोमदेव देववर्मन और क्रिस्टोफर मार्कुइस ने आर्थिक मदद की थी, लेकिन वह भी अब काफी नहीं पड़ रही है.
सुमित नागल पिछले कुछ सालों से टेनिस अभ्यास जर्मनी की नानसेल टेनिस अकादमी में कर रहे थे. आर्थिक तंगी की वजह से अब वह यहां अभ्यास नहीं कर पा रहे हैं. सुमित ने अपने इस दर्द को मीडिया के सामने 20 सितंबर को बयां किया. उनके बयान के अनुसार अब उनके पास इतने पैसे बचे जो साल की शुरुआत में थे.
अपने बयान में सुमित ने कहा कि मेरे पास बैंक खाते में इस समय उतने ही रुपए बचे हैं जो इस साल की शुरुआत में मेरे पास थे. यह करीब 80,000 रुपए हैं. मुझे इस दौरान कुछ मदद भी मिली लेकिन मेरे पास कोई बड़ा प्रायोजक नहीं है. मुझे IOCL से मासिक वेतन मिलता है, लेकिन मेरे पास पैसे का कोई बड़ा जरिया नहीं है.
सालाना खर्च 1 करोड़ रुपए, कमाई हुई सिर्फ 65 लाख रुपए
साल 2023 में सुमित नागल ने अब तक 24 टेनिस टूर्नामेंटों में हिस्सा लेते हुए 65 लाख रुपए की कमाई की है. इस दौरान उन्हें सबसे बड़ी प्राइज मनी के तौर पर यूएस ओपन में मिली, जहां वह क्वालिफायर के पहले दौर से बाहर हो गए थे. इसमें नागल को प्राइज मनी के तौर पर करीब 18 लाख रुपए मिले थे. नागल ने अपनी कमाई और खर्च को लेकर कहा कि मैं जो भी कमाई कर रहा हूं उसे खर्च कर दे रहा हूं. मेरा सालाना खर्च लगभग 1 करोड़ रुपए तक है. यह उस स्थिति में जब मेरे पास सिर्फ 1 कोच है.
अपनी आर्थिक स्थिति को लेकर नागल ने आगे बताया कि पिछले कुछ सालों में मैं देश का नंबर-1 टेनिस खिलाड़ी हूं लेकिन इसके बावजूद मुझे उस स्तर का सहयोग नहीं मिल रहा है. मुझे लगता है कि चोटिल होने के कारण जब मेरी रैंकिंग गिर गई तो किसी ने भी मेरी मदद करना उचित नहीं समझा. किसी को भी विश्वास नहीं था कि मैं वापसी कर सकता हूं. यह निराशाजनक है क्योंकि मुझे लगता है कि मैं जो कुछ भी करता हूं वह पर्याप्त नहीं है.