नईदिल्ली : कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने संसद में बीजेपी सांसद रमेश बिधूड़ी के जरिए बीएसपी के नेता दानिश अली पर की गई आपत्तिजनक टिप्पणी की निंदा की. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) चीफ मोहन भागवत को ऐसे बयानों को सार्वजनिक रूप से खारिज करना चाहिए. थरूर ने ये भी आरोप लगाया कि इस तरह के बर्ताव के लिए बीजेपी और आरएसएस की तरफ से नेताओं को खुली छूट मिली है.
थरूर ने ‘एक्स’ पर लिखा, ‘दानिश अली के साथ रमेश बिधूड़ी के गलत व्यवहार की निंदा की गई है. मैं उन सभी लोगों के साथ हूं, जो ये मांग कर रहे हैं कि बिधूड़ी को सजा हो, ताकि ऐसा फिर न हो सके. लेकिन सबसे ज्यादा परेशानी वाली बात ये है कि इससे एक मानसिकता का पता चलता है. वह ये है कि हमारे साथी भारतीयों के एक वर्ग के खिलाफ उनकी आस्था को लेकर गहरी नफरत भरी हुई है. इस तरह के रवैये को बीजेपी-आरएसएस ने खुली छूट दी हुई है.’
नफरत का जहर देश को कर देगा छिन्न-भिन्न
कांग्रेस नेता ने कहा कि ये बेहद ही बुरा है कि इस तरह की जहरीली बातों को अब संसद में बोला जा रहा है. पहले ऐसी बातें अन्य जगहों पर सुनाई पड़ती थीं. उन्होंने मांग की कि पीएम मोदी और आरएसएस चीफ भागवत को सार्वजनिक रूप से ऐसे बयानों को खारिज करना चाहिए. थरूर ने कहा, ‘उन्हें प्रतिज्ञा करना चाहिए कि वे भारत को एकजुट करना चाहते हैं, न कि इसे विभाजित. नहीं तो नफरत का ये जहर हमारे समाज और देश को छिन्न-भिन्न कर देगा.’
बयान से मचा बवाल
बीजेपी सांसद रमेश बिधूड़ी के बयान की वजह से शुक्रवार को काफी हंगामा मचा. सोशल मीडिया पर लोगों से लेकर नेताओं तक ने बिधूड़ी के बयान की निंदा की है. बिधूड़ी के बयान के बाद बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा की तरफ से उनके खिलाफ एक कारण बताओ नोटिस जारी किया गया. वहीं, बीजेपी नेता और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस घटना को लेकर दुख जताया. लोकसभा स्पीकर ओम बिरला की तरफ से बीजेपी सांसद को चेतावनी भी दी गई है.