छत्तीसगढ़

यूरोप की सबसे ऊंची चोटी पर लहराया G20 का झंडा, पर्वतारोही नितिन त्यागी का नया रिकॉर्ड

नईदिल्ली : उत्तर प्रदेश के रहने वाले भारतीय पर्वतारोही नितिन त्यागी ने भारत की अध्यक्षता में हुए G20 शिखर सम्मेलन की सफलता का परचम यूरोप के सबसे ऊंचे पर्वत माउंट एल्ब्रस की चोटी पर लहराया है. उन्होंने शनिवार (23 सितंबर) को माउंट एल्ब्रस की चोटी पर चढ़ाई की और वहां तिरंगा के साथ G20 का झंडा फहराया. इसके जरिए उन्होंने बसुधैव कुटुंबकम का संदेश दिया है.

G20 की थीम में भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘एक विश्व, एक परिवार, एक भविष्य” की टैगलाइन रखी थी. जिस तरह से भारत की अध्यक्षता में यह भव्य आयोजन संपन्न हुआ था और दुनियाभर में देश की सराहना हो रही है, उसके लिए भारत सरकार को धन्यवाद देने का यह अनोखा रास्ता नितिन त्यागी ने चुना. इसके साथ ही वह माउंट एल्ब्रस की ऊंची चोटी पर तिरंगे के साथ G20 का ध्वज फहराने वाले पहले भारतीय बन गए हैं.

बिना गाइड के की चढ़ाई

भारत की सफलता का परचम लहराने के लिए पर्वतारोही नितिन त्यागी के जुनून का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि उन्होंने इस दुर्गम चोटी की चढ़ाई बिना गाइड के की है. अमूमन इस ऊंची चोटी पर चढ़ाई के लिए पर्वतारोहियों को गाइड की जरूरत पड़ती है. यहां तापमान -21 डिग्री है. बावजूद इसके 5,642 मीटर ऊंचे इस पर्वत की चढ़ाई उन्होंने पूरी की है. इसकी सबसे ऊंची चोटी का नाम वेस्टर्न पिक है, जहां उन्होंने तिरंगा के साथ G20 का झंडा लहराया है.

अफ्रीका महाद्वीप की सबसे ऊंची चोटी की भी चढ़ाई कर चुके हैं त्यागी

नितिन त्यागी दुनियाभर की दुर्गम पहाड़ी चोटियों की चढ़ाई के लिए चर्चित रहे हैं. इसके पहले उन्होंने अफ्रीका महाद्वीप के सबसे ऊंचे पर्वत माउंट किलिमंजारो की चोटी पर भी चढ़ाई की थी और तिरंगा लहराया था.

त्यागी कहते हैं कि उनका अगला लक्ष्य ऑस्ट्रेलिया की सबसे ऊंची चोटी पर तिरंगा लहराना है. वह अभी तक 100 से अधिक देशों का भ्रमण कर चुके हैं और उनका एक और लक्ष्य यह भी है कि 2025 तक वह दुनिया के सभी देशों का भ्रमण कर सकें. बता दें कि भारत की अध्यक्षता में 9 और 10 सितंबर को दो दिवसीय G20 शिखर सम्मेलन भव्य आयोजन के साथ संपन्न हुआ था.