नईदिल्ली : भाजपा सांसद रमेश बिधूड़ी को लोकसभा में बसपा के मुस्लिम सांसद दानिश अली के साथ दुर्व्यवहार करने के बाद पार्टी ने कारण बताओ नोटिस जारी किया था। इस कारण बताओ नोटिस के बाद ही उन्हें राजस्थान के टोंक में चुनाव ड्यूटी दे दी गई। दरअसल, सचिन पायलट टोंक से विधायक है। ऐसे में विपक्षी पार्टी का मानना है कि दानिश अली के साथ उनके दुर्व्यवहार के बाद चुनाव प्रभारी की जिम्मेदारी देना केवल यह दर्शाता है कि बिधूड़ी को उनके काम के लिए पुरस्कृत किया जा रहा है।
विपक्षी नेताओं ने दी प्रतिक्रिया
बिधूड़ी को चुनाव प्रभारी की जिम्मेदारी मिलने पर तृणमूल कांग्रेस की नेता मोहुआ मोइत्रा ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने भाजपा के साथ पीएम मोदी पर भी सवाल उठाया है। टीएमसी नेता ने कहा, ‘कारण नोटिस जारी किए जाने के बाद व्यक्ति को नई भूमिका कैसे दी गई? मोदी जी क्या यह अल्पसंख्यकों के लिए आपका प्रेम यात्रा है?’
टीएमसी के बाद कांग्रेस नेता ने भी इस मामले में सत्तारूढ़ पार्टी भाजपा पर निशाना साधा। उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा, ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास- ये सब है इनका बकवास।’
रक्षा मंत्री ने जताया खेद
रमेश बिधूड़ी द्वारा बसपा के मुस्लिम सांसद दानिश अली के ऊपर किए गए टिप्पणी पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने खेद जताया है। हालांकि, भाजपा ने इस मामले में बिधूरी के खिलाफ कारण बताओ नोटिस जारी करने में देर नहीं की। संसद की कार्यवाही के दौरान वहां भाजपा सांसद निशिकांत दुबे भी मौजूद थे। उन्होंने घटना का जिक्र करते हुए बताया कि पहले दानिश अली ने बिधूड़ी के खिलाफ अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल किया था, जिसपर बिधूड़ी ने पटलवार किया। लोकसभा में हुए इस घटना के बाद सभी विपक्षी पार्टी रमेश बिधूड़ी के व्यवहार की निंदा करते दिखे।
इस घटना के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी दानिश अली से मिलने उनके आवास पहुंचे थे। दानिश अली ने बताया कि संसद में हुए इस घटना के बाद से उन्हें कई नफरती और धमकी भरे संदेश मिले हैं। उन्होंने इस मामले में दिल्ली पुलिस द्वारा कड़ी कार्रवाई करने की उम्मीद जताई है।