छत्तीसगढ़

वीरेंदर सहवाग ने सूर्यकुमार की जगह इस बल्लेबाज को दी प्लेइंग इलेवन में जगह, रोहन गावस्कर ने भी किया समर्थन

नई दिल्ली। टीम इंडिया ने गुरुवार को वनडे वर्ल्ड कप 2023 के लिए अपनी अंतिम टीम की घोषणा कर दी। चोटिल अक्षर पटेल की जगह टीम में अनुभवी आर अश्विन को शामिल किया गया है। बाकी पहले घोषित टीम के खिलाड़ियों को बरकरार रखा गया है।

फाइनल टीम घोषित होने के बाद भी एक सवाल सभी के जहन में बस गया है। हर तरफ बस इसी की चर्चा हो रही कि भारत की प्लेइंग इलेवन क्या होगी। अधिकांश दिग्गज खिलाड़ियों और विशेषज्ञों को यह सवाल परेशान कर रहा है कि भारत का मध्य क्रम लाइन-अप क्या होगा? श्रेयस अय्यर, सूर्यकुमार यादव, केएल राहुल और ईशान किशन के बीच लड़ाई तेज हो गई है और सभी ने टीम में अपनी योग्यता साबित कर दी है।

सहवाग ने प्लेइंग इलेवन को लेकर जाहिर की चिंता

ऐसे में महान बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग और भारत के पूर्व क्रिकेटर रोहन गावस्कर ने संभावित लाइन-अप की भविष्यवाणी की है। क्रिकबज से बात करते हुए, सहवाग ने कहा कि इंदौर में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 105 रनों की पारी के साथ अय्यर ने नंबर 4 के रूप में अपनी जगह पक्की कर ली है, इसलिए राहुल को नंबर 5 पर और हार्दिक को नंबर 6 पर रखते हुए मध्य क्रम लाइन-अप होना चाहिए।सूर्यकुमार को नहीं दी प्लेइंग इलेवन में जगह

सहवाग ने कहा, “नंबर 6 और 7 पर केएल राहुल और हार्दिक पंड्या होंगे। इसलिए सूर्यकुमार इनमें से किसी भी स्थान पर नहीं होंगे। हालांकि, नंबर 5 है, लेकिन अगर हार्दिक पंड्या आपके छठे गेंदबाज हैं तो राहुल नंबर 5 पर बल्लेबाजी करेंगे और हार्दिक नंबर 6 पर, इसके बाद गेंदबाज आते हैं। हमने सोचा था कि ईशान किशन लाइन-अप में कहीं फिट हो सकते हैं, लेकिन श्रेयस अय्यर ने जो शतक बनाया, अगर वह नंबर 4 पर खेलते हैं तो अय्यर, राहुल और हार्दिक क्रमशः नंबर 4, 5 और 6 पर होंगे।”

रोहन गावस्कर ने भी किया समर्थन

जब प्लेइंग इलेवन में सूर्यकुमार यादव की जगह पर आगे सवाल किया गया, तो भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज ने कहा कि बल्लेबाज ने अभी तक प्रारूप में अपनी असली क्षमता नहीं दिखाई है। अगर उसे मौका मिलता है, और वह कोई शतक बना देता है तो उसे आगे चयनकर्ताओं के लिए सिरदर्द पैदा कर सकते हैं।

उसी पैनल का हिस्सा रहे रोहन गावस्कर ने कहा, “मैंने पढ़ा था कि द्रविड़ ने कहा था कि अय्यर, पंत और राहुल भारत के मध्यक्रम लाइन-अप थे। यदि यह सच है, तो अंतिम समय में बदलाव करने से केवल यही पता चलेगा कि प्रबंधन घबरा गया है। अगर अय्यर फॉर्म में नहीं होते तो बदलाव हो गया होता, लेकिन उस शतक के साथ, बदलाव क्यों करें।”