कोलकाता : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के महासचिव अभिषेक बनर्जी ने राज्य के चर्चित शिक्षक नियुक्ति भ्रष्टाचार के मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के हालिया नोटिस पर इस बात के संकेत दिए हैं कि वह पूछताछ में शामिल नहीं होंगे.
एक दिन पहले गुरुवार (28 सितंबर) ईडी ने उन्हें नोटिस भेज कर कोलकाता के सीजीओ कांप्लेक्स स्थित केंद्रीय एजेंसी के क्षेत्रीय मुख्यालय में पूछताछ के लिए हाजिर होने को कहा है. इस पर शुक्रवार (29 सितंबर) को अभिषेक ने माइक्रो ब्लॉगिंग साइट एक्स पहले (ट्विटर) पर एक महत्वपूर्ण पोस्ट किया.
उन्होंने लिखा, “पश्चिम बंगाल के जायज अधिकारों से वंचित करने की लड़ाई किसी भी बाधा के बावजूद जारी रहेगी. धरती पर ऐसी कोई ताकत नहीं है जो राज्य के लोगों और उनके मौलिक अधिकारों के प्रति मेरी प्रतिबद्धता की लड़ाई का रुख मोड़ सके. मैं 2 और 3 अक्टूबर को दिल्ली में प्रदर्शन में शामिल होउंगा. अगर रोक सकते हो तो रोक लो.”
ईडी ने भेजा है नोटिस
अभिषेक राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और डायमंड हार्बर से सांसद हैं. एक दिन पहले गुरुवार को ईडी की नोटिस को शाम के समय खुद ही अभिषेक ने एक्स पर डाला था और कहा था कि इसके पहले जब इंडिया गठबंधन की बैठक होनी थी तब ईडी ने नोटिस दिया था. अब जब दिल्ली में पार्टी का विरोध प्रदर्शन होना है तब उसी दिन मुझे सीजीओ कंपलेक्स में पूछताछ के लिए नोटिस भेजा है. यह बताता है कि वे (बीजेपी) किस तरह से डरे हुए हैं.
3 अक्टूबर पर क्यों है तकरार?
खबर के मुताबिक उस दिन पश्चिम बंगाल सरकार को फंड जारी करने के लिए केंद्र सरकार की अनिच्छा के खिलाफ जंतर-मंतर पर टीएमसी के विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व अभिषेक करने वाले हैं. इसके लिए वह नई दिल्ली में रहेंगे. ईडी ने अभिषेक बनर्जी को एक कॉर्पोरेट इकाई (लिप्स एंड बाउंड्स कंपनी) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी के रूप में तलब किया है, जिसका नाम स्कूल नौकरी मामले की जांच के संबंध में सामने आया है.
इसके पहले इस महीने (सितंबर) की 13 तारीख को दिल्ली में ‘इंडिया’ गठबंधन की एक महत्वपूर्ण समन्वय बैठक के दिन भी ईडी ने अभिषेक को तलब किया था. इस बारे में उन्होंने गुरुवार को लिखा, ”इस महीने की शुरुआत में ईडी ने मुझे दिल्ली में इंडिया की एक महत्वपूर्ण समन्वय बैठक के दिन बुलाया था. मैंने सम्मन का सम्मान किया से उपस्थित हुआ अब, आज एक बार फिर उन्होंने मुझे उस दिन उनके सामने उपस्थित होने के लिए एक और समन भेजा है जब पश्चिम बंगाल के बकाए के लिए 3 अक्टूबर को दिल्ली में विरोध प्रदर्शन होना है.
दिल्ली में केंद्र के खिलाफ बड़े प्रदर्शन की तैयारी
आपको बता दें कि 2 अक्टूबर से दिल्ली के जंतर मंतर पर केंद्र सरकार के खिलाफ तृणमूल कांग्रेस का व्यापक विरोध प्रदर्शन होना है. इसमें शामिल होने के लिए बंगाल से हजारों मनरेगा मजदूर जाएंगे, जिनके फंड का भुगतान नहीं किया गया है. इसके लिए पार्टी ने विशेष ट्रेन बुक की है.
दिल्ली में 3 अक्टूबर को तृणमूल कांग्रेस का प्रतिनिधि मंडल केंद्रीय ग्रामीण विकास और पंचायती राज मंत्री गिरिराज सिंह से मुलाकात कर इस मामले पर पत्र भी सौंपने वाला है. दावा है कि मनरेगा के क्रियान्वयन में भ्रष्टाचार की वजह से केंद्र ने फंड रोक रखा है. इसके खिलाफ विरोध कार्यक्रम की घोषणा 21 जुलाई शहीद दिवस के मंच से अभिषेक बनर्जी ने की थी.