नईदिल्ली : एशियन गेम्स में भारतीय एथलीट्स ने इस बार 107 मेडल जीतकर इतिहास रच दिया है. इस जीत के लिए एथलीट्स की जितनी तारीफ की जाए, उतनी कम है, लेकिन इसका थोड़ा श्रेय पाने के हकदार मुकेश अंबानी, रतन टाटा और गौतम अडानी के साथ-साथ कई और कॉरपोरेट्स को भी जाता है. इनकी मदद की बदौलत ही ये एथलीट्स एशियन गेम्स में मेडल्स जीतने में सफल रहे हैं.
एशियन गेम्स में मेडल जीतने वाले अधिकतर एथलीट्स को रिलायंस इंडस्ट्रीज, अडानी ग्रुप, टाटा ग्रुप के अलावा जेएसडब्ल्यू ग्रुप ने भरपूर सपोर्ट पहुंचाया है. इनमें एथलीट्स को तैयारी के लिए इंटरनेशनल लेवल की ट्रेनिंग दिलवाना शामिल है. साथ ही स्पॉन्सरशिप, स्कॉलरशिप और अन्य तरीकों से उनकी मदद भी कॉरपोरेट्स ने की है. यही कारण है कि इस बार एशियन गेम्स की टैली में भारत चौथे नंबर पर रहा है.
रिलायंस ने दिलवाए 12 मेडल
रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी की पत्नी नीता अंबानी रिलायंस फाउंडेशन चलाती हैं. उनका कहना है कि फाउंडेशन ने जिन एथलीट्स की मदद की वो एशियन गेम्स में देश को 12 मेडल दिलाने में सफल रहे हैं. रिलायंस फाउंडेशन देश के युवा टैलेंट को निखारने में लगा हुआ है. इंडियन ओलंपिक संघ और एथलेटिक्स फेडरेशन ऑफ इंडिया के साथ वह प्रिंसिपल पार्टनर है, जो देश में 10 से ज्यादा खेलों के 200 से ज्यादा एथलीट्स को स्कॉलरशिप और ट्रेनिंग देता है.
जेएसडब्ल्यू ग्रुप ने दिलाए 4 गोल्ड
जिंदल स्टील वर्क्स ग्रुप ने जिन एथलीट्स का सपोर्ट किया, उन सभी ने कुल 17 मेडल एशियन गेम्स में जीते. इनमें 4 गोल्ड, 8 सिल्वर और 5 ब्रॉन्ज मेडल शामिल हैं. जेएसडब्ल्यू ग्रुप की स्पोर्ट्स इकाई देशभर के 4,000 से ज्यादा एथलीट्स को सपोर्ट करती है. इसमें ट्रैक स्पोर्ट के अलावा जूडो, कुश्ती, बॉक्सिंग और स्विमिंग शामिल है. जेएसडब्ल्यू ग्रुप ने इसके लिए इंस्पायर इंस्टीट्यूट ऑफ स्पोर्ट शुरू किया है. नीरज चोपड़ा, अविनाश साब्ले और पारुल चौधरी जैसे एथलीट्स का स्पॉन्सर जेएसडब्ल्यू ग्रुप ही है.
अडानी-टाटा का भी योगदान
एशियन गेम्स में मेडल दिलाने वाले एथलीट्स को सपोर्ट करने में अडानी ग्रुप और टाटा समूह भी पीछे नहीं है. एशियन गेम्स में सिल्वर मेडल जीतने वाले दीपक पुनिया को अडानी स्पोर्ट्सलाइन स्पॉन्सर करती है. पेरिस ओलंपिक 2024 के लिए भारतीय टीम का प्रिंसिपल स्पॉन्सर भी अडानी ग्रुप है. इसी तरह टाटा ग्रुप की कंपनी टाटा स्टील देश में टाटा आर्चरी एकेडमी चलाती है. इसकी कैडेट अंकिता भाकट और भजन कौर ने एशियन गेम्स में ब्रॉन्ज मेडल दिलाने में मदद की है.