गाजियाबाद : गाजियाबाद के मोदीनगर में 11 साल के मासूम शब्द की हत्या की आरोपी उसकी सौतेली मां रेखा सेन ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि हत्या का यह तरीका उसने यू-ट्यूब पर अपराध पर आधारित एक सीरियल में देखा था।
इसी को देखकर रची गई साजिश के तहत ही उसने हत्या करने के बाद पति और ससुर से कहा कि शब्द लापता है, हो सकता है उसका अपहरण हो गया है। उसे सोचा था कि सब उसकी बात पर यकीन करेंगे और वह कभी पकड़ी नहीं जाएगी। हत्या में साथ देने की आरोपी सहेली पूनम वर्मा को भी मोबाइल पर सीरियल दिखाया था।
सोमवार को दोनों को कोर्ट में पेश किया गया। दोनों को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है। रेखा ने घटनाक्रम के बारे में बताया कि शब्द दोस्तों के साथ खेलकर शाम चार बजे घर आया था। उसको हलवा खिलाने के बहाने कमरे के अंदर बुलाया। आते ही उसने और पूनम ने उसे दबोच लिया।
पहले हाथ से गला दबाने का प्रयास किया तो उसने उसकी नाक पर कोहनी से वार किया। इस पर पूनम ने उसके हाथ कसकर पकड़ लिए। रेखा ने बताया कि उसने चुनरी से गला घोंट दिया। वह तड़पने लगा और जोर-जोर से पैर पटकने लगा लेकिन उसे छोड़ा नहीं। 20 मिनट तक गले को दोनों हाथों से दबाकर रखा। मौत की पुष्टि हो जाने के बाद ही हाथ हटाए।
इसके बाद तीन घंटे तक शव को सोफे के पीछे छिपाकर रखा। डर था कि कहीं कोई आ न जाए। पति राहुल सेन, ससुर महिपाल सैलून पर थे। काम ज्यादा होने की वजह से वे रविवार को रात दस बजे के बाद ही घर आते हैं। सास पूनम घरों में काम करती है। वह भी नौ बजे के बाद आती है। ऐसे में शव को नौ बजे से पहले ही ठिकाने लगाना था।
चादर में लपेटा शव
पुलिस के अनुसार, रेखा ने बताया कि उसने सहेली पूनम की मदद से शाम छह बजे हथौड़े से सेफ्टी टैंक का पत्थर तोड़ दिया। टैंक घर के बाहर की तरफ है। दोनों को डर था कि कोई शव को देख न ले। इसलिए, अंधेरा हो जाने का इंतजार किया। इस बीच शव को चादर में लपेटा।
सेफ्टी टैंक के टूटे पत्थर पेट और पैर से बांध दिए ताकि शव गहराई तक चला जाए। इसके बाद पूनम अपने घर चली गई। उसका घर पास में ही सुदामापुरी में है। सात बजे उसने शव ले जाकर सेफ्टी टैंक में फेंक दिया। सेफ्टी टैंक के ऊपर लकड़ी रख दी थी। इसके बाद फोन से पूनम को बताया कि काम पूरा हो गया है।
यह था मामला
गोविंदपुरी निवासी राहुल सेन ने सोमवार को शब्द के अपहरण की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पुलिस ने उसके घर के आसपास की सीसीटीवी फुटेज में देखा कि बच्चा घर से बाहर गया ही नहीं है। उसकी सौतेली मां की सहेली पूनम घर से निकलती नजर आई। इस पर पूनम से पूछताछ हुई तो उसने बता दिया कि हत्या रेखा ने की है। इसमें उसने साथ दिया है।
जिस बेटी की खातिर की हत्या, वह भी रहेगी जेल में
रेखा ने पुलिस को बताया कि उसने सौतेले बेटे की हत्या इसलिए की ताकि उसकी चार साल की सगी बेटी परी को संपत्ति मिल सके। परी को मां के साथ जेल में ही रहना होगा।
पूनम ने पुलिस को बताया कि वे दोनों चार महीने से शब्द की हत्या का प्रयास कर रही थीं। तीन बार नाकाम रहीं। हर बार कोई न कोई ऐन मौके पर आ गया और उन्हें इरादा टालना पड़ा। इस बार मौका मिल गया।
मायके वालों का मिलने से इन्कार
रेखा की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने उसके बागपत के डालूहेड़ा में उसके मायके में संपर्क किया। वहां से जवाब मिला, ऐसी बेटी से हमारा कोई वास्ता नहीं। मायके से कोई नहीं आया। उधर, बड़े ही गमगीन माहौल में शब्द का दाह संस्कार किया गया। पिता राहुल सेन ने मुखाग्नि दी।
जुर्म कुबूल किया
पूछताछ में रेखा और पूनम ने जुर्म कुबूल किया। दोनों ने पूरा घटनाक्रम बताया। इस मामले में कई अहम गवाह मिल गए हैं। पुख्ता साक्ष्य भी हैं। आरोपियों को जल्द ही सजा दिलाने का प्रयास किया जाएगा।
– ज्ञानप्रकाश राय, एसीपी मोदीनगर