धारचूला (पिथौरागढ़)। आदि कैलास से धारचूला लौट रही बोलेरो जीप पांगला से आगे तंपा मंदिर के पास अनियंत्रित होकर करीब एक किमी गहरी खाई में गिर गई। जीप में स्थानीय चालक व ग्रामीण के अलावा बेंगलुरू निवासी चार आदि कैलास यात्री सवार थे। खाई में गिरी जीप की स्थिति को देखते हुए इनमें से किसी के भी बचने की उम्मीद न के बराबर है।
पुलिस व एसडीआरएफ देर शाम जीप गिरने वाले स्थल तक को पहुंच गई लेकिन खाई इतनी तीक्ष्ण थी कि उतरकर नदी किनारे तक पहुंचना संभव नहीं हो सका। रात में अंधेरे के साथ ही वर्षा भी होने के कारण अब रेस्क्यू टीम सुबह अभियान चलाएगी।
घटना मंगलवार के अपराह्न की है। एक सवारी जीप आदि कैलास से धारचूला और दूसरी धारचूला से उच्च हिमालय की ओर जा रही थी। धारचूला से करीब 30 किमी आगे तंपा मंदिर के निकट मोड़ पर दोनों वाहन आमने-सामने आ गए। दुर्घटनाग्रस्त जीप का चालक नियंत्रण खो बैठा और वाहन चट्टानों वाली खाई से होते हुए काली नदी किनारे तक पहुंच गया। इस स्थान पर मोबाइल नेटवर्क नहीं मिलते। ऐसे में दूसरे जीप चालक ने नेटवर्क वाली लोकेशन पर पहुंचकर पांगला थाना और धारचूला कोतवाली को सूचना दी।
सूचना मिलते ही पहले पांगला पुलिस फिर धारचूला से कोतवाल केएस रावत पुलिस दल और रेस्क्यू उपकरणों के साथ मौके को रवाना हुए। जिला प्रशासन के निर्देश पर एसडीआरएफ भी मौके पर पहुंची। तब से खाई में उतर कर रेस्क्यू करने का प्रयास जारी है। सड़क से नजर आ रही जीप पिचककर डिब्बा बनी नजर आ रही है। उसके आसपास लाल-पीले रंग के कपड़े नजर आ रहे हैं।
अनुमान लगाया जा रहा है कि यह आदि कैलास यात्रियों का टैंट हो सकता है। दुर्घटना की सूचना देने वाले चालक के अनुसार वाहन में ड्राइवर के अलावा पांच लोग सवार थे। माना जा रहा है कि आदि कैलास यात्री किसी टूर एजेंसी के माध्यम से नहीं गए थे। कोतवाल केएस रावत के अनुसार पुलिस, एसडीआरएफ बुधवार सुबह रेस्क्यू आपरेशन चलाएंगे।
पुलिस अधीक्षक लोकेश्वर सिंह ने बताया कि आइटीबीपी की छियालेख चेक पोस्ट पर वाहनों की आवाजाही का रिकार्ड रखा जाता है। वहां से मिली सूची के अनुसार दुर्घटनाग्रस्त बोलेरो में सवार लोग रविवार को आदि कैलास गए थे और मंगलवार को लौट रहे थे। वाहन में बेंगलुरू निवासी सत्यवर्धा परीदा, नीलप्पा रैनोल, मनीष मिश्रा और प्रज्ञा वार्षम्या के अलावा स्थानीय चालक हरीश कुमार और विरेंद्र कुमार के ही होने की संभावना हैं। दुर्घटनास्थल पर शाम से हो रही वर्षा के बाद पत्थर गिर रहे हैं जिसके चलते रेस्क्यू आपरेशन चलाना मुश्किल हो गया। बुधवार प्रात: से ही खोज एवं बचाव कार्य चलेगा।