छत्तीसगढ़

इंडिया Vs भारत : अब एनसीईआरटी के प्रस्ताव पर बवाल, आप बोली- हमें भारत या इंडिया से कोई दिक्कत नहीं

नईदिल्ली : देश में एक बार फिर ‘इंडिया’ और ‘भारत’ को लेकर बयानबाजी तेज हो गई है। राजनीतिक दल केंद्र की मोदी सरकार पर जमकर निशाना साध रही है। और ऐसा इसलिए क्योंकि एनसीईआरटी पैनल ने सभी एनसीईआरटी पाठ्यपुस्तकों में ‘इंडिया’ का नाम बदलकर ‘भारत’ करने का प्रस्ताव दिया है।

ऐसे में इस प्रस्ताव को मंजूरी मिलने के बाद अब एनसीईआरटी की किताबों में बच्चों को इंडिया की जगह भारत पढ़ाया जाएगा। वहीं इस पूरे मामले पर अलग-अलग राजनीतिक दलों के नेताओं की प्रतिक्रिया सामने आई है।

आप नेता प्रियंका कक्कड़ का बयान

एनसीईआरटी पैनल की सिफारिश पर आप प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने कहा कि “हमें भारत या इंडिया से कोई दिक्कत नहीं है, मैं आपको बता रहा हूं कि पीएम मोदी को इंडिया से दिक्कत है और यह इंडिया गठबंधन बनने के बाद ही हुआ है। हमारे संविधान में इंडिया और भारत दोनों का इस्तेमाल होता है और दोनों का उपयोग किया जाना चाहिए।”

कांग्रेस ने साधा निशाना

वहीं कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल का कहना है, “वे बहुत सी चीजें सुझा रहे हैं। आप देख सकते हैं कि वे पाठ्यपुस्तक, पाठ्यक्रम के माध्यम से भारत के इतिहास को कैसे विकृत कर रहे हैं। और सब कुछ… मुझे इंडिया-भारत वाली बात नहीं पता थी। हमारे लिए इंडिया और भारत बराबर हैं। ” कांग्रेस नेता अंबिका सोनी ने कहा कि संविधान में लिखा है इंडिया दैट इज भारत। दोनों नाम हैं।”

RJD ने मोदी सरकार पर किया हमला

ऐसे ही राजद सांसद मनोज झा ने कहा, “इंडिया गठबंधन के जन्म के बाद से बीजेपी नेताओं की ओर से कई प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। उनको समझ नहीं आ रहा है कि इंडिया गठबंधन पर कैसे हमला किया जाए। मेरा मानना है कि यह एक उन्मादी प्रतिक्रिया है। अब एनसीईआरटी यह कर रहा है। आप अनुच्छेद 1 के साथ क्या करेंगे जो कहता है कि इंडिया दैट इज भारत। मैं समझ नहीं पा रहा हूं इनमें से किसी का भी अर्थ। अगर इंडिया गठबंधन अपना नाम बदलकर भारत कर लेता है, तो वे क्या करेंगे?”

इधर, डीएमके नेता टीकेएस एलंगोवन ने कहा कि सरकार केवल इसलिए नाम बदल रही है, क्योंकि विपक्षी गठबंधन ने अपने गठबंधन का नाम इंडिया रखा था। वे बदलना चाहते हैं और नाम भारत रखना चाहते हैं। मोदी सरकार के दिमाग में अतार्किक बातें हैं…यह डर के कारण है…एनसीईआरटी संविधान में संशोधन किए बिना ऐसा कैसे कर सकता है?”