छत्तीसगढ़

इजरायल-हमास वॉर : गाजा के दक्षिणी भाग में इजरायल की भीषण बमबारी, 756 की मौत, मरने वालों में 344 बच्चे

यरुशलम। इजरायली वायुसेना ने बीती रात और बुधवार सुबह गाजा पट्टी के दक्षिणी भाग में भीषण बमबारी कर सैकड़ों लोगों को मार डाला। यह वह भाग है जहां इजरायली सेना ने उत्तरी भाग के करीब दस लाख लोगों को जाने के लिए कहा था, क्योंकि उत्तरी भाग में उसे कार्रवाई करनी है।

बीते 24 घंटे की बमबारी में गाजा पट्टी में कुल 756 लोग मारे गए हैं, जो सात अक्टूबर से जारी युद्ध में एक दिन में मारे गए लोगों की सर्वाधिक संख्या है। मारे गए लोगों में 344 बच्चे हैं। 18 दिन के युद्ध में इजरायली बमबारी में गाजा के कुल 6,546 लोग मारे गए हैं। इजरायल के ताजा हवाई हमलों में गाजा के उत्तर से दक्षिण में पहुंचे फलस्तीनी बड़ी संख्या में मारे गए हैं, क्योंकि वे ही खुले में और असुरक्षित स्थानों पर रह रहे हैं।

फलस्तीनियों में इजरायल को लेकर भारी गुस्सा

इस हमले को लेकर बेघर हुए फलस्तीनियों में इजरायल को लेकर भारी गुस्सा है। उन्होंने इसे इजरायल का धोखा बताया है। इजरायली बमबारी में खान यूनिस शहर की कई रिहायशी इमारतें ध्वस्त हुई हैं और उनमें रहने वाले मारे गए या घायल हुए हैं। इस कार्रवाई में हमास की दक्षिणी बटालियन का प्रमुख तासीर बेबाशेर भी मारा गया है। इजरायली सेना का दावा है कि कार्रवाई में हमास के कई महत्वपूर्ण ठिकाने बर्बाद हुए हैं।

सीरिया में इजरायली बमबारी में आठ सैनिकों की मौत

बुधवार को इजरायली लड़ाकू विमानों ने सीरिया के डेरा स्थित सैन्य ठिकाने और अलेप्पो हवाई अड्डे को एक बार फिर से निशाना बनाया। इजरायली कार्रवाई में सीरिया के आठ सैनिक मारे गए हैं और सात घायल हुए हैं। इजरायल ने कहा है कि उसने यह कार्रवाई सीरिया से गोलन पहाड़ियों में स्थित इजरायली बस्तियों पर राकेट दागे जाने के बाद की है।

इजरायल सीरिया को हमास हमले का मास्टरमाइंड बताता है

सीरिया को ईरान का मित्र देश माना जाता है जिसे इजरायल हमास और हिजबुल्ला के हमले का मास्टरमाइंड बताता है। इजरायल ने हमले की तैयारी कर रहे हिजबुल्ला के लड़ाकों पर भी लेबनान में हमला किया है। हमले में कई लड़ाकों के मारे और घायल होने की सूचना है। हिजबुल्ला के अनुसार सात अक्टूबर के बाद से इजरायली सेना के साथ हो रही लड़ाई में उसके 42 लड़ाके मारे गए हैं।

राहत सामग्री वितरण के लिए डीजल की तंगी

गाजा में इजरायली बमबारी बढ़ जाने से वहां पर राहत सामग्री की आपूर्ति बाधित हो गई है, जो सामग्री पहुंची है उसका वितरण नहीं हो पा रहा है। संयुक्त राष्ट्र के अधिकारियों ने कहा है कि डीजल-पेट्रोल के अभाव में मिस्त्र से पहुंची सामग्री को वितरित करने वाले वाहन नहीं चल पा रहे हैं। रफाह बॉर्डर के जरिये अभी तक सीमित मात्रा में खाद्य सामग्री, पानी और दवाएं ही गाजा पहुंची हैं।

संयुक्त राष्ट्र के गाजा में मौजूद अधिकारियों के अनुसार बीते 17 दिनों से घेराबंदी के शिकार गाजा की 23 लाख की आबादी को प्राप्त हुई राहत सामग्री से 20 गुना ज्यादा की जरूरत है, तब स्थिति सामान्य होगी। अमेरिका और रूस ने राहत सामग्री पहुंचने के लिए रास्ता और स्थितियां बनाए जाने पर जोर दिया है।

12 अस्पताल और 46 स्वास्थ्य केंद्र हुए बंद

गाजा में स्थित संयुक्त राष्ट्र के मानवाधिकार कार्यालय ने बताया है कि फलस्तीनी क्षेत्र के 35 अस्पतालों में से 12 बंद हो गए हैं, जबकि 72 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में से 46 बंद हो चुके हैं। ये सभी सामान्य बिजली आपूर्ति भंग होने, जेनरेटर के लिए डीजल न मिल पाने और दवाओं की कमी के चलते बंद हुए हैं।

सूत्रों के अनुसार जो अस्पताल बंद हुए हैं उनके कई मरीजों की मौत हो गई है। ऐसा इसलिए हुआ है क्योंकि चालू अस्पतालों की दशा भी बहुत खराब है और उनमें मरीजों को जमीन पर लिटाकर उनका जैसे-तैसे इलाज हो रहा है। ये अस्पताल नए मरीजों को लेने की स्थिति में नहीं हैं।