नईदिल्ली : ऑस्ट्रेलिया के स्टार बल्लेबाज ग्लेन मैक्सवेल ने बुधवार को नीदरलैंड के खिलाफ 40 गेंद में शतक जड़कर क्रिकेट विश्व कप में तहलका मचा दिया। वनडे विश्व कप के इतिहास का यह सबसे तेज शतक रहा। नीदरलैंड के खिलाफ मैच में मैक्सवेल ने 27 गेंदों में पचास का आंकड़ा पार किया था और फिर बाकी 50 रन सिर्फ 13 गेंदों में बनाए। मैच के बाद ग्लेन मैक्सवेल ने क्रिकेट विश्व कप में मैच के बीच में मैदान में नाइट क्लब की तरह लाइट शो को ‘सबसे खराब विचार’ करार दिया था और कहा था कि इससे ‘सिरदर्द’ होता है।
मैक्सवेल ने केवल 40 गेंदों में विश्व कप का सबसे तेज शतक बनाया, जिससे ऑस्ट्रेलिया ने नई दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में नीदरलैंड पर रिकॉर्ड 309 रन की जीत दर्ज की। हालांकि, मैच के बीच में तेज डीजे और लाइट शो मैक्सवेल को पसंद नहीं आया और उन्होंने मैच के दौरान करीब दो मिनट के लिए दोनों हाथों से अपनी आंखें ढक लीं। मैक्सवेल ने 44 गेंद में 106 रन की पारी खेलकर टीम को आठ विकेट पर 399 रन के स्कोर तक पहुंचाने के बाद कहा- बिग बैश मैच के दौरान पर्थ स्टेडियम में मैंने ऐसा ही कुछ देखा था।
उन्होंने कहा, ‘मुझे ऐसा लगा कि इससे मुझे सिरदर्द हो गया और मेरी आंखों को ठीक होने में थोड़ा समय लगता है और मुझे लगता है कि यह क्रिकेटरों के लिए सबसे बुरा विचार है। इसलिए मैं जितना संभव हो उतना कवर करने की कोशिश करता हूं और इसे अनदेखा करता हूं, लेकिन यह एक भयानक, भयानक विचार है। प्रशंसकों के लिए बहुत अच्छा, खिलाड़ियों के लिए भयानक।
हालांकि, ग्लेन मैक्सवेल के ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम के साथी डेविड वॉर्नर, जिन्होंने नीदरलैंड के खिलाफ शतक बनाया था, मैक्सवेल की बातों से असहमत थे। वॉर्नर ने ट्वीट कर कहा- मुझे लाइट शो बेहद पसंद आया। क्या माहौल था। यह सब फैंस के बारे में है। आप सभी फैंस के बिना हम वह नहीं कर पाएंगे जो हम प्यार से करते हैं। वॉर्नर इस विश्व कप में दो शतक लगा चुके हैं। पाकिस्तान के खिलाफ 163 रन की पारी खेलने के बाद वॉर्नर ने नीदरलैंड के खिलाफ बुधवार को 93 गेंद में 104 रन बनाए थे। ऑस्ट्रेलिया के 399/8 (50 ओवर) के जवाब में नीदरलैंड की टीम 21 ओवर में 90 रन पर सिमट गई।