भुवनेश्वर: आंध्र प्रदेश में रविवार को तीन ट्रेनों की भीषण टक्कर हो गई, जिसमें अबतक नौ यात्रियों के मारे जाने की सूचना है। दुर्घटना आंध्र प्रदेश के विजयनगरम जिला स्थित कंटाकापाली व आलामंडा स्टेशन के बीच की है, जिसमें सैंकड़ों यात्री घायल हो गए हैं। ईस्ट कोस्ट रेलवे के सीपीआरओ बिस्वजीत साहू ने बताया कि मौजूदा आंकड़ों के अनुसार नौ लोगों की मौत हुई है, जबकि 29 लोग घायल हुए हैं।
जानकारी के मुताबिक, एक ही ट्रैक पर ओडिशा आ रही दो यात्री ट्रेन के बीच बीच टक्कर हो गई है। दुर्घटना का अनुमान इस बात से लगाया जा सकता है कि टक्कर के बाद यात्री ट्रेनों के डिब्बे छिटक कर दूसरी पटरी पर गिरे। उसी समय दूसरी ट्रैक पर आ रही मालगाड़ी की चपेट में यात्री ट्रेन के डिब्बे आ गए।
पूर्व तट रेलवे के सीपीआरओ विश्वजीत साहू ने बताया कि बचाव अभियान में अबतक 14 एंबुलेंस तैनात की गई हैं। वाल्टेयर डिवीजनल रेलवे मैनेजर सौरभ प्रसाद और ईस्ट कोस्ट रेलवे के अन्य अधिकारी दुर्घटनास्थल पर पहुंच गए हैं। भुवनेश्वर, बरहमपुर व पलासा में हेल्पडेस्क भी स्थापित किया गया है।
पटरी से उतरा पैसेंजर ट्रेन का इंजन
प्राप्त जानकारी के मुताबिक विशाखापत्तनम-पलासा पैसेंजर ट्रेन विशाखापत्तनम से अपने निर्धारित समय पर रवाना हुई। वहीं, विशाखापत्तनम-रायगड़ा पैसेंजर ट्रेन 15 मिनट बाद रवाना हुई। विशाखापत्तनम-पलासा पैसेंजर ट्रेन कांटकापाली व अलमांडा स्टेशन से 200 मीटर की दूरी पर खड़ी थी। इसी दौरान इसी ट्रैक पर आ रही विशाखापत्तनम-रायगडा पैसेंजर ट्रेन को टक्कर मार दी। इस टक्कर से विशाखापत्तनम-पलासा पैसेंजर ट्रेन के दो डिब्बे पटरी से उतर गए। विशाखापत्तनम-रायगड़ा पैसेंजर ट्रेन का इंजन भी पटरी से उतर गया। प्राप्त खबर के अनुसार अब तक छह यात्रियों की मौत हो चुकी है, जबकि कई अन्य घायल हैं।
राहत एवं बचाव कार्य जारी
दुर्घटना के बाद स्थानीय लोग बचाव कार्य में जुट गए, जबकि सूचना मिलते ही बचाव दल भी मौके पर पहुंच गया। रात के अंधेरे में रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। बचाव टीम ने गंभीर रूप से घायलों को विशाखापत्तनम मेडिकल कॉलेज-अस्पताल में भर्ती कराया है। आंध्र प्रदेश सरकार भी सभी प्रकार की सुविधा मुहैया करा रही है। यह दुर्घटना दो जून को ओडिशा के बालासोर जिला स्थित बाहानगा रेलवे स्टेशन जैसी है। वहां भी तीन ट्रेनों की भीषण टक्कर में 250 से ज्यादा यात्री की मौत हो गई थी। ज्ञात हो कि विशाखापत्तनम को वाल्टेयर व वाइजाग भी कहा जाता है।
ट्रेन दुर्घटना में अब तक 40 लोग घायल हुए हैं, जिसमें से 32 को विजयनगरम सरकारी अस्पताल में रेफर किया गया है। विशाखा एनआरआई हॉस्पिटल में 1 और मेडिकवर हॉस्पिटल में 2 लोगों को भर्ती कराया गया है। चार लोगों की हालत गंभीर है। सभी घायल आंध्र प्रदेश के हैं।
मुआवजे का एलान
केंद्र सरकार ने रेल हादसे में जान गंवाने वाले पीड़ितों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये, जबकि गंभीर रूप से घायलों को दो-दो लाख और मामूली रूप से घायल लोगों को 50-50 हजार रुपये मुआवजा देने का एलान किया।
वहीं, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिजनों के लिए 10-10 लाख रुपये की सहायता देने की घोषणा की।सीएम वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने कहा कि विजयनगरम ट्रेन हादसे में मृतकों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये की सहायता दी जाएगी। यह सहायता उन लोगों के लिए है, जो आंध्र प्रदेश से हैं। जो लोग मारे गए हैं और दूसरे राज्यों के हैं, उनके परिवारों को दो-दो लाख रुपये दिए जाएंगे। आंध्र प्रदेश के गंभीर रूप से घायल यात्रियों को दो-दो लाख रुपये और अन्य राज्यों के गंभीर रूप से घायल यात्रियों को 50,000 रुपये मिलेंगे।
PM मोदी ने की रेल मंत्री से की बात
बकौल पीएमओ, प्रधानमंत्री मोदी ने रेल मंत्री ने अश्विनी वैष्णव से बात कर स्थिति का जायजा लिया। पीएमओ ने बताया कि अधिकारी प्रभावित लोगों को हरसंभव सहायता प्रदान कर रहे हैं। प्रधानमंत्री ने शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की और घायलों के जल्द ठीक होने की प्रार्थना की।
दुर्घटनास्थल पर अंधेरा होने की वजह से राहत एवं बचाव कार्यों में दिक्कत आ रही है। मंडल रेल प्रबंधक सौरभ प्रसाद घटनास्थल पर पहुंच गए हैं। उन्होंने बताया कि बचाव कार्य जोरों पर है। एंबुलेंस तथा दुर्घटना राहत ट्रेनें घटनास्थल पर पहुंच गई हैं। एनडीआरएफ टीम भी दुर्घटनास्थल की ओर रवाना हो गई है।
नवीन पटनायक ने जताया दुख
रेल हादसे पर ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने दुख प्रकट किया है। मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने मृतक के परिवार के प्रति अपनी संवेदना प्रकट की है। इसके साथ ही विशेष राहत आयुक्त तथा रायगढ़ा एवं कोरापुट के जिलाधीश को मदद पहुंचाने का निर्देश दिया है।
मुख्यमंत्री ने जताया दुख
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगनमोहन रेड्डी ने हादसे पर गहरा दुख जताया है और अधिकारियों को तेजी से बचाव अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं। हादसे को लेकर पूर्व तटीय रेलवे की तरफ से हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया गया है।