छत्तीसगढ़

टीडीपी ने किया विधानसभा चुनाव नहीं लड़ने का फैसला तो प्रदेश अध्यक्ष ने दे दिया इस्तीफा, बोले- हम पूरी तरह तैयार थे

नईदिल्ली : तेलंगाना में एन चंद्रबाबू नायडू की तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) ने 30 नवंबर को होने वाला विधानसभा चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया है. पार्टी के इस फैसले के बाद टीडीपी की तेलंगाना इकाई के अध्यक्ष कसानी ज्ञानेश्वर ने सोमवार (30 अक्टूबर) को अपनी सदस्यता से इस्तीफे की घोषणा कर दी.

हैदराबाद में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में अपने इस्तीफे की घोषणा करते हुए ज्ञानेश्वर ने कहा कि उन्होंने यह फैसला इसलिए किया है क्योंकि वह और तेलंगाना में पार्टी कार्यकर्ता शीर्ष नेतृत्व के फैसले से पूरी तरह निराश हुए हैं.

…इसलिए मैंने पार्टी से इस्तीफा देने का फैसला किया- कसानी ज्ञानेश्वर

ज्ञानेश्वर ने पत्रकारों से कहा, ”हम चुनाव लड़ने के लिए पूरी तरह से तैयार थे. (टीडीपी के शीर्ष नेतृत्व की ओर से) कोई प्रतिक्रिया नहीं आई कि पार्टी चुनाव क्यों नहीं लड़ रही है.” उन्होंने कहा, ”हम पार्टी में रहते हुए पार्टी कैडर के साथ अन्याय नहीं कर सकते. इसलिए मैंने पार्टी से इस्तीफा देने का फैसला किया.”

उन्होंने कहा कि वह अपने फॉलोअर्स के साथ अपने अगले कदम को लेकर चर्चा करेंगे. ज्ञानेश्वर ने हाल में आंध्र प्रदेश के राजामहेंद्रवरम केंद्रीय जेल में पूर्व मुख्यमंत्री और टीडीपी प्रमुख एन चंद्रबाबू नायडू से मुलाकात की थी. उसी दौरान पार्टी के चुनाव नहीं लड़ने के फैसले के बारे में उन्हें बताया गया था. वहीं, ज्ञानेश्वर ने पहले कहा था कि टीडीपी चुनाव लड़ेगी.

न्यायिक हिरासत में हैं टीडीपी प्रमुख एन चंद्रबाबू नायडू

वर्तमान में चंद्रबाबू नायडू एपी कौशल विकास निगम से कथित तौर पर धन का दुरुपयोग के आरोप केंद्रीय जेल में न्यायिक हिरासत में हैं. कथित घोटाले में राज्य के खजाने को 300 करोड़ रुपये से ज्यादा का नुकसान हुआ. 

2018 में तेलंगाना में कितनी सीटें जीती थी टीडीपी?

तेलंगाना में 2018 के विधानसभा चुनाव में टीडीपी केवल दो सीटें जीती थी. इसका कांग्रेस और सीपीआई के साथ चुनाव पूर्व समझौता था. वहीं, आंध्र प्रदेश में टीडीपी के साथ गठबंधन में शामिल पवन कल्याण की पार्टी जनसेना ने तेलंगाना में 32 उम्मीदवारों की सूची की घोषणा की है. जनसेना एनडीए की सहयोगी पार्टी.