नईदिल्ली : भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व ऑलराउंडर इरफान पठान ने भी अब गाज़ा में मर रहे मासूम बच्चों के लिए आवाज उठाई है. भारत के पूर्व टेनिस स्टार सानिया मिर्ज़ा के बाद इरफान पठान ने भी अपने ट्विटर हैंडल के दरिए दुनिया को गाज़ा के पीड़ित लोगों को लेकर एक संदेश दिया है.
इरफान ने अपने पोस्ट में लिखा कि, “गाज़ा में हर रोज 0-10 साल के उम्र वाले मासूम बच्चे मर रहे हैं, और दुनिया शांत बैठी है. एक खिलाड़ी होने के नाते, मैं सिर्फ आवाज़ उठा सकता हूं, लेकिन अब समय आ गया है कि दुनिया के नेताओं को एक साथ आकर इस संवेदनहीन हत्या को समाप्त करना चाहिए.”
सानिया मिर्ज़ा ने क्या कहा था?
आपको बता दें कि लगभग एक महीने पहले फिलिस्तीन में मौजूद एक आतंकी संगठन हमास ने इज़राइल पर अचानक 5000 रॉकेट दागे थे, जिसमें इज़राइल के कई लोगों की मौत हो गई थी, जिसके बाद इज़राइल ने भी बदला लेना शुरू किया और हमास के साथ-साथ पूरी फिलिस्तीन को टारगेट किया. इज़राइल के इस बदले में सबसे ज्यादा नुकसान इज़राइल से सटे हुए क्षेत्र गाज़ा में हुआ, जहां लाखों लोग बेघर हुए, हजारों लोग मारे गए, हज़ारों छोटे-छोटे बच्चे मारे गए, वहां रहने वाले आम लोगों का खाना-पानी बिजली भी बंद करवा दिया गया. यहां तक कि अस्पताल पर भी हमले किए गए. पिछले करीब एक महीने से हो रहे इस नरसंहार के खिलाफ इरफान पठान से पहले भारत की पूर्व टेनिस खिलाड़ी सानिया मिर्ज़ा ने भी आवाज़ उठाई थी.
उन्होंने कहा था कि, “इससे कुछ फर्क नहीं पड़ता कि आप किसके पक्ष में सोच रहे हैं, आपके राजनैतिक विचार कैसे हैं, आप न्यूज़ में क्या सुन रहे हैं, लेकिन क्या हम सब कम से कम 20 लाख से भी ज्यादा निर्दोष आबादी वाले शहर के लिए बंद किए खाना, पानी और बिजली पर भी सहमत हो सकते हैं. ये ऐसे लोग हैं, जिनके पास रहने के लिए कोई जगह नहीं है, बमबारी के दौरान कहीं छुपने का कोई ठिकाना नहीं है, और उनकी आबादी में आधे से ज्यादा संख्या बच्चों की है. क्या यह मानवीय संकट कुछ भी बोलने के लायक नहीं है?”