नईदिल्ली : इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गनाइजेशन (ISRO) के अध्यक्ष एस सोमनाथ ने शनिवार (4 नवंबर) को अपनी किताब की औपचारिक रिलीज टालने का फैसला किया है. उन्होंने यह फैसला किताब में पूर्व इसरो प्रमुख के. सिवन के बारे में कुछ कथित आलोचनात्मक टिप्पणियों को लेकर पैदा हुए विवाद के चलते लिया है.
सोमनाथ ने पुष्टि की कि उन्होंने विवाद के मद्देनजर ‘निलावु कुदिचा सिम्हंगल’ (लायंस दैट ड्रिंक द मूनलाइट) पुस्तक के प्रकाशन को वापस लेने का फैसला किया है.
के. सिवन पर आलोचनात्मक टिप्पणियों का आरोप
इससे पहले उन्होंने कहा कि किसी संगठन में शीर्ष पद तक पहुंचने वाले हर शख्स को कुछ चुनौतियों से गुजरना पड़ता है. उनकी यह प्रतिक्रिया उस रिपोर्ट के बाद आई हैं, जिसमें कहा गया था कि उनकी आत्मकथा में के सिवन के बारे में कुछ आलोचनात्मक टिप्पणियां की गई हैं.
इन चुनौतियों के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि किसी भी संगठन में पद पाने के लिए हर किसी को इन चुनौतियों से गुजरना पड़ता है, क्योंकि कई बार एक से ज्यादा लोग किसी महत्वपूर्ण पद के लिए पात्र हो सकते हैं. मैंने बस उस खास बिंदु को सामने लाने का प्रयास किया था.
‘किसी शख्स को नहीं बनाया निशाना’
उन्होंने कहा, “मैंने इस संबंध में किसी खास शख्स को निशाना नहीं बनाया.” सोमनाथ ने माना कि उन्होंने अपनी पुस्तक में चंद्रयान-2 मिशन की विफलता की घोषणा के संबंध में स्पष्टता की कमी का उल्लेख किया है.
‘लोगों को प्रेरित करने का एक प्रयास’
इसरो अध्यक्ष ने दोहराया कि उनकी आत्मकथा उन लोगों को प्रेरित करने का एक प्रयास है जो जीवन में चुनौतियों और बाधाओं से लड़कर कुछ हासिल करना चाहते हैं. उनका मकसद किसी की आलोचना करना नहीं है.
सोमनाथ ने बताया, “किताब अभी तक प्रकाशित नहीं हुई है. मुझे लगता है कि कुछ समीक्षा कॉपियां प्रेस में देखी गई हैं. मैं इसकी रिलीज रोक रहा हूं, क्योंकि अनावश्यक विवाद पैदा हो गया है.