रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के दौरान हम आज एक ऐसे गांव के बारे में बताने जा रहे, जहां गांव के लोग एक नहीं बल्कि दो विधायक चुनते हैं. महज 5 हजार की आबादी वाले इस गांव में दो निर्वाचन क्षेत्रों के उम्मीदवार वोट मांगने के लिए लगातार दौरा कर रहे हैं. पूरे गांव में उम्मीदवारों के पोस्टर और बैनर देखे जा सकते हैं.
हम बात कर रहे दुर्ग और राजनांदगांव जिले के बीच की सीमा पर स्थित अंजोरा गांव की, जो केवल सड़कों द्वारा दो जिलों के क्षेत्रों में विभाजित है. दुर्ग से लगभग 10 किमी दूर दुर्ग और राजनांदगांव शहरों के बीच मुंबई-हावड़ा राष्ट्रीय राजमार्ग-53 पर स्थित यह गांव दो पंचायतों – अंजोरा ग्राम पंचायत (राजनांदगांव) और अंजोरा ‘ख (बी)’ ग्राम पंचायत (दुर्ग) द्वारा शासित होता है. हालांकि गांव सड़कों से विभाजित है, पर यहां के लोग त्योहारों और अन्य समारोहों को एक साथ मनाते हैं.
बता दें कि छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव के लिए दो चरण में मतदान होना है, राजनांदगांव उन 20 सीटों में से एक है, जहां 7 नवंबर को पहले चरण में मतदान होगा. दुर्ग ग्रामीण सहित शेष 70 निर्वाचन क्षेत्रों में 17 नवंबर को दूसरे चरण में मतदान होगा.
दो पंचायतों में बंटा है गांव
अंजोरा बी पंचायत की सरपंच संगीता साहू के पति माखनलाल साहू ने कहा कि राजनांदगांव जिले का गठन 1973 में दुर्ग जिले (तत्कालीन मध्य प्रदेश) से अलग होकर किया गया था. तब से यह गांव दो पंचायतों में बंटा है. विधानसभा सीटों के लिए परिसीमन भी इस तरह से किया गया था कि गांव का आधा हिस्सा एक निर्वाचन क्षेत्र में और आधा हिस्सा दूसरे खंड में पड़ता है. गांव में ऐसे भी परिवार हैं, जिनके आधे सदस्यों को राजनांदगांव विधानसभा क्षेत्र के लिए और आधे को दुर्ग ग्रामीण के लिए मतदान करना पड़ता है.
मैदान में हैं हाई-प्रोफाइल प्रत्याशी
राजनांदगांव और दुर्ग ग्रामीण दोनों प्रमुख निर्वाचन क्षेत्र हैं, जहां पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह और राज्य के मौजूदा गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू जैसे हाई-प्रोफाइल उम्मीदवार मैदान में हैं. भाजपा ने रमन सिंह को फिर राजनांदगांव सीट से मैदान में उतारा है, जबकि छत्तीसगढ़ राज्य खनिज विकास निगम के वर्तमान अध्यक्ष गिरीश देवांगन कांग्रेस के उम्मीदवार हैं. वहीं दुर्ग ग्रामीण सीट पर कांग्रेस ने मंत्री ताम्रध्वज साहू को मैदान में उतारा है, जबकि भाजपा ने नए चेहरे ललित चंद्राकर पर दांव खेला है.