नईदिल्ली : तेलंगाना विधानसभा चुनाव में सियासत के कई रूप देखने को मिल रहे हैं. यहां चुनाव से कुछ हफ्ते पहले जुबली हिल्स निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस उम्मीदवार और पूर्व क्रिकेटर मोहम्मद अजहरुद्दीन के खिलाफ चार मामले दर्ज किए गए हैं. इन मामलों के दर्ज होने के बाद कांग्रेस और अजहरुद्दीन की चिंताएं बढ़ गई हैं. बता दें कि तेलंगाना में 30 नवंबर को विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग होनी है.
अजहरुद्दीन पर हैदराबाद क्रिकेट असोसिएशन (एचसीए) के अध्यक्ष रहने के दौरान धन के दुरुपयोग का आरोप है. रचाकोंडा पुलिस ने अजहरुद्दीन सहित एचसीए के पदाधिकारियों और पिछले सदस्यों के खिलाफ चार मामले दर्ज किए हैं. अब अजहरुद्दीन ने अपने खिलाफ दर्ज सभी चार मामलों में जमानत के लिए मल्काजगिरी कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है.
अजहरुद्दीन ने आरोपों को बताया बेबुनियाद
पिछले महीने जब उनके खिलाफ शिकायत दी गई थी, तब इन आरोपों पर अजहरुद्दीन ने कहा था कि “यह मेरी छवि खराब करने के लिए मेरे प्रतिद्वंद्वियों की ओर से किया गया चुनावी स्टंट है.” अजहरुद्दीन ने एक्स (पहले ट्विटर) पर इस मामले में लिखा “मैंने कई खबरें देखीं हैं जिनमें बताया गया है कि हैदराबाद क्रिकेट असोसिएशन की सीईओ की शिकायतों पर मेरे खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. मैं बताना चाहता हूं कि ये सभी झूठे और राजनीति से प्रेरित आरोप हैं. मैं किसी भी तरह से इन आरोपों से जुड़ा नहीं हूं. सही समय आने पर मैं इसे लेकर और जवाब दूंगा. यह मेरी इमेज खराब करने के लिए मेरे प्रतिद्वंद्वियों की ओर से किया गया स्टंट है, लेकिन हम इससे कमजोर नहीं होंगे. हम और मजबूत रहेंगे और कड़ी लड़ाई लड़ेंगे.”
जुबली हिल्स सीट पर कड़ा मुकाबला
कांग्रेस ने अजहरुद्दीन को जुबली हिल्स सीट से उम्मीदवार बनाया है. यहां से अभी बीआरएस के मगंती गोपीनाथ खड़े हैं जो मौजूदा विधायक हैं. वह एक मजबूत कम्मा नेता हैं, जो चुनाव से पहले से अपने समर्थकों से जुड़े हुए हैं. जुबली हिल्स पहले खैरताबाद विधानसभा सीट का हिस्सा था. तब खैरताबाद करीब छह लाख वोटों के साथ राज्य का सबसे बड़ा विधानसभा क्षेत्र बन गया था. 2002 में परिसीमन के बाद खैरताबाद को दो हिस्सों में बांटा गया, दूसरा हिस्सा जुबली हिल्स विधानसभा क्षेत्र कहलाया. इस एरिया में एक बड़ी अल्पसंख्यक आबादी के साथ मिश्रित आबादी रहती है.
जुबली हिल्स निर्वाचन क्षेत्र में वोटरों की संख्या 3,70,000 है. इसमें मुस्लिम वोटरों की संख्या करीब 98,000 है. ईसाई वोटर 30,000 हैं. एससी और एसटी वोटर की संख्या 28,000 और ओबीसी वोटरों की संख्या 24,000 है. इसके अलावा रेड्डी और कम्मा समुदाय के वोटर भी यहां हैं