बंगलूरू। भारत ने विश्व कप के 45वें और आखिरी लीग मैच में नीदरलैंड को 160 रन से हरा दिया। इस जीत के साथ ही उसने ग्रुप राउंड का अंत अजेय रहकर किया। टीम इंडिया ने अपने सभी मैच जीते। भारत अब 15 नवंबर को सेमीफाइनल मैच में न्यूजीलैंड के खिलाफ मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में खेलेगा। नीदरलैंड के खिलाफ मुकाबले में भारतीय खिलाड़ियों ने कुल 16 छक्के लगाए। उन्होंने एक बड़ा रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया।
भारत के 2023 में वनडे फॉर्मेट में कुल 215 छक्के हो गए। टीम इंडिया एक कैलेंडर ईयर में सबसे ज्यादा छक्के लगाने के मामले में शीर्ष पर पहुंच गई। उसने वेस्टइंडीज का रिकॉर्ड तोड़ दिया। विंडीज ने 2019 में 215 छक्के लगाए थे। इस मामले में तीसरे स्थान पर दक्षिण अफ्रीका है। उसके खिलाड़ियों ने 2023 में 203 छक्के लगाए हैं। न्यूजीलैंड ने 2015 में 179 छक्के लगाए थे। ऑस्ट्रेलिया ने 2023 में 165 छक्के उड़ाए हैं।
रवींद्र जडेजा – फोटो : सोशल मीडिया
कुंबले का रिकॉर्ड टूटा
रवींद्र जडेजा ने नीदरलैंड के खिलाफ मैच में दो विकेट लिए। वह एक विश्व कप में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले भारतीय स्पिनर बन गए हैं। उन्होंने इस मामले में महान गेंदबाज अनिल कुंबले का रिकॉर्ड तोड़ दिया। कुंबले ने 1996 विश्व कप में 15 विकेट झटके थे। युवराज सिंह ने 2011 में 15 विकेट अपने नाम किए थे। कुलदीप यादव उनके करीब पहुंच गए हैं। कुलदीप ने मौजूदा विश्व कप में 14 विकेट हासिल कर लिए हैं। मनिंदर सिंह ने 1987 में 14 विकेट झटके थे।
भारत ने 2003 के प्रदर्शन को पीछे छोड़ा
भारतीय टीम ने इस विश्व कप में लगातार नौ जीत हासिल की है। उसने 2003 के प्रदर्शन में सुधार किया है। तब भारत ने लगातार आठ मैच जीते थे। विश्व कप में लगातार मैच जीतने के मामले में ऑस्ट्रेलिया शीर्ष पर है। उसने 2003 और 2007 में 11 मुकाबलों जीत हासिल की थी।
भारत ने 25 साल पुराने रिकॉर्ड की बराबरी की
भारत ने इस मैच को अपने नाम कर साल 2023 में 24वीं जीत हासिल की। उसने एक कैलेंडर ईयर में सबसे ज्यादा वनडे में जीत के रिकॉर्ड की बराबरी कर ली। भारत इससे पहले 1998 में 24 मैच जीता था। उसे 2013 में 22 मैचों में जीत मिली थी।
विराट कोहली और रोहित शर्मा – फोटो : सोशल मीडिया
विश्व कप में तीसरी बार हुआ ऐसा
भारत के नौ खिलाड़ियों ने इस मैच में गेंदबाजी की। केएल राहुल और श्रेयस अय्यर ने ही सिर्फ गेंदबाजी नहीं की। टीम के सीनियर खिलाड़ी विराट कोहली और रोहित शर्मा ने तो एक-एक विकेट भी अपने नाम किया। शुभमन गिल और सूर्यकुमार यादव को भी गेंदबाजी का मौका मिला। भारत के लिए मोहम्मद सिराज, जसप्रीत बुमराह, रवींद्र जडेजा और कुलदीप यादव ने दो-दो विकेट लिए। मोहम्मद शमी को इस मैच में एक भी सफलता नहीं मिली।
विश्व कप में तीसरी बार एक टीम ने नौ गेंदबाजों का इस्तेमाल किया है। सबसे पहले 1987 में इंग्लैंड ने श्रीलंका के खिलाफ पेशावर में नौ खिलाड़ियों से गेंदबाजी करवाई थी। न्यूजीलैंड ने उसके बाद 1992 में पाकिस्तान के खिलाफ क्राइस्टचर्च में नौ खिलाड़ियों को गेंद थमाया था। अब 31 साल बाद भारत ने ऐसा किया है।