छत्तीसगढ़

सेमीफाइनल से पहले बोले रोहित- इतिहास मायने नहीं रखता, हमारी नजर खिताब जीतने पर

Rohit Sharma press Conference before IND vs NZ ODI WC 2023 Semi final match in Wankhede stadium Mumbai

मुंबई। वनडे विश्व कप 2023 के पहले सेमीफाइनल मैच से पहले दोनों टीमों के कप्तानों ने मीडिया से बात की। इस दौरान भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने कहा कि जब भारत पहली बार विश्व चैंपियन बना था, तब टीम का कोई भी खिलाड़ी पैदा नहीं हुआ था। 2011 विश्व कप में आधे से ज्यादा खिलाड़ी नहीं थे। हमारा ध्यान विश्व कप जीतने पर है न कि इतिहास में क्या हुआ उस पर।

रोहित ने सभी को दीपावली की शुभकामनाएं देते हुए अपनी बात शुरू की। उन्होंने कहा “सभी को शुभ दिवाली। पहले मैच से लेकर आखिरी मैच तक, जब भी आप विश्व कप का खेल खेल रहे हों तो आप पर दबाव होगा। लेकिन जिस तरह से हमने दबाव को संभाला वह सराहनीय है।’ हम इसे जारी रखना चाहते हैं। भारत में आप पर हमेशा दबाव रहेगा। हम बाहरी शोर सुनने के बजाय अपने खेल पर ध्यान केंद्रित करना चाहते हैं।” 

गेंदबाजी के छठे विकल्प पर उन्होंने कहा “जैसे ही हार्दिक चोटिल हुए, हमारा संयोजन बदल गया। पहले मैच के बाद से ही हम गेंदबाजी के लिए दूसरे खिलाड़ियों का भी उपयोग करना चाहते थे। विकल्प होना अच्छा है, लेकिन मुझे उम्मीद है कि हमें इसकी जरूरत नहीं होगी।” 

टीम के अनुभव पर उन्होंने कहा “यही इस टीम की खूबसूरती है। जब हमने 1983 में विश्व कप जीता था तब टीम के किसी खिलाड़ी का जन्म भी नहीं हुआ था। जब हम 2011 में जीते थे तो इनमें से आधे खिलाड़ी नहीं खेल रहे थे। मैं उन्हें इस बारे में बात करते हुए नहीं देखता कि हमने अपने पिछले विश्व कप कैसे जीते थे। ध्यान इस बात पर है कि हम कैसे बेहतर हो सकते हैं और हम कैसे सुधार कर सकते हैं। यह खिलाड़ियों की वर्तमान पीढ़ी की खूबसूरती है। पहले मैच से फोकस उस दिन का मुकाबला जीतने पर है।” 

टीम के माहौल को लेकर उन्होंने कहा “यह एक सचेत प्रयास है। हम इसे बनाना चाहते थे और यह एक या दो खिलाड़ियों के साथ नहीं किया जा सकता। सपोर्ट स्टाफ समेत सभी ने इसमें योगदान दिया है। हमने एक गुप्त फैशन शो भी किया था, जिसके बारे में सौभाग्य से कोई नहीं जानता। शुरू से ही हमारा माहौल बहुत अच्छा रहा है। हमने टीम के माहौल को आसान बनाए रखने के लिए सब कुछ किया है।” 

टॉस को लेकर उन्होंने कहा “मैंने यहां काफी क्रिकेट खेला है। पिछले चार या पांच मैचों से मुझे नहीं पता चलेगा कि वानखेड़े क्या है। इसलिए टॉस कोई मायने नहीं रखता।” न्यूजीलैंड की टीम को लेकर भारतीय कप्तान ने कहा “जब भी हम न्यूजीलैंड के खिलाफ खेले हैं, शायद यह सबसे अनुशासित टीम है। वे अपना क्रिकेट बहुत होशियारी से खेलते हैं। वे अपने विरोधियों की मानसिकता को समझते हैं और हम भी। वे 2015 के बाद से लगातार सेमीफाइनल और फाइनल खेल रहे हैं। हम समझते हैं कि उनकी ताकत क्या है और उनका खेल कैसा है।