छत्तीसगढ़

37 साल के एयर इंडिया पायलट की दिल्ली एयरपोर्ट पर हार्ट अटैक से मौत, एविएशन रेगुलेशन बॉडी ने थकान से जान जाने की बात को नकारा

नईदिल्ली : दिल्ली एयरपोर्ट पर 37 साल के एयर इंडिया के एक पायलट को हार्ट अटैक आया, जिसकी वजह से उसकी मौत हो गई. एविएशन रेगुलेशन बॉडी पायलट की मौत के बाद सामने आयी है और उसने इस घटना पर बयान दिया है. हालांकि, एविएशन रेगुलेशन बॉडी की तरफ से ड्यूटी की वजह से होने वाली थकान के चलते जान जाने की बात को नकारा गया है. पायलट की मौत की वजह से हर कोई हैरान है, क्योंकि उसे फिट घोषित किया गया था.

रिपोर्ट के मुताबिक, नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) के सूत्रों ने बताया है कि कैप्टन हिमानिल कुमार का 23 अगस्त को मेडिकल टेस्ट हुआ था. इस दौरान उन्हें फिट घोषित किया गया था. उनका मेडिकल सर्टिफिकेट अगस्त 2024 तक वैलिड था. फ्लाइंग ड्यूटीज को लेकर थकान संबंधी कोई समस्या नहीं थी. पायलट बी777 विमान को उड़ाने के लिए 3 अक्टूबर से ही कोर्स कर रहे थे. वह पहले ए320 टाइप के विमान को उड़ाया करते थे. 

सूत्रों ने कहा, ‘कैप्टन हिमानिल कुमार दिवाली से ही छुट्टी पर थे और उन्होंने गुरुवार से ही क्लास शुरू की थी. इस क्लास में उन्हें बी777 एयरक्राफ्ट का दौरा करना था. यही वजह थी कि वह टी3 टर्मिनल पर थे. उनकी पिछली सभी मेडिकल जांच ठीक थी और उनमें कोई लंबे समय से मेडिकल समस्या भी नहीं पाई गई थी.’ 

एयर इंडिया ने क्या कहा? 

एयर इंडिया ने कहा है कि वह सीनियर कमांडर थे और दिल्ली एयरपोर्ट पर एयरबस से बी777 में ट्रांजिशन के लिए ट्रेनिंग ले रहे थे. इसने बताया कि एयरलाइन ने कहा कि जैसे ही उनमें बेचैनी के लक्षण दिखने लगे, उनके सहकर्मियों ने तुरंत उनकी मदद करने की कोशिश की. हालांकि वे उसे अस्पताल ले गए, लेकिन डॉक्टर उसे बचा नहीं सके. 

विमानन कंपनी ने कहा, ‘हम कैप्टन हिमानिल कुमार के निधन पर दुखी हैं. कैप्टन कुमार एक सीनियर कमांडर थे. वह रूटीन प्रोसिजर के तहत टी3 दिल्ली एयरपोर्ट पर हमारे ऑपरेशन ऑफिस तक गए थे. लेकिन उन्हें अचानक ऑफिस में परेशानी होने लगी. उनके सहयोगियों ने तुरंत उनकी मदद की. कैप्टन को एयरपोर्ट कैंपस में मौजूद अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. कंपनी ने कहा है कि पायलट एक्टिव ड्यूटी पर नहीं थे और वह बड़े विमान को उड़ाने के लिए ट्रेनिंग ले रहे थे.